योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश कैबिनट ने मंगलवार को नई उद्योग नीति बनाने का फैसला किया। इसका उदे्श्य राज्य में निवेश बढ़ाने के लिए प्लान तैयार करना है।
उत्तर प्रदेश कैबिनेट के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा, 'उत्तर प्रदेश में बड़े तादाद में पूंजी निवेश को लेकर राज्य सरकार ने नई उद्योग नीति बनाने का फैसला किया है। इसके लिए एक मंत्री समूह का गठन किया गया है, जो अलग-अलग राज्यों में जाकर वहां की उद्योग नीति की बारीकियों का अध्ययन करेगा और प्रदेश में सिंगल विंडो के माध्यम से एक अच्छी उद्योग नीति का निर्माण किया जाएगा।'
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) चुनाव प्रचार के दौरान अखिलेश यादव पर आरोप लगाती थी की अपराध के कारण उद्योगपति राज्य में निवेश नहीं कर रहे हैं। वहीं बीजेपी ने अपने मेनिफेस्टो में दावा किया था कि उद्योगपतियों के लिए राज्य में डर का माहौल खत्म किया जाएगा। निवेशकों को आकर्षित करने के लिए कदम उठाये जाएंगे।
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केंद्र और उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार है। जहां केंद्र 'मेक इन इंडिया' के तहत निवेशकों को लुभा रही है। वहीं अब योगी आदित्यनाथ ने पहली कैबिनेट बैठक में उद्योग नीति बनाने का फैसला लेकर साफ कर दिया है कि 'मेक इन यूपी' के लिए हर संभव कदम उठाये जाएंगे।
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सरकार को उम्मीद है कि राज्य में उद्योग-धंधों के लगने से रोजगार बढ़ेंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को सैमसंग इण्डिया के प्रेसीडेन्ट ह्यून चिल हांग से लखनऊ में मुलाकात की थी और निवेश के लिए आमंत्रित किया था।
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Source : News Nation Bureau