बृहद बनारस की परिकल्पना को साकार करने के लिए वाराणसी विकास प्राधिकरण रिंग रोड किनारे एक हजार एकड़ में टाउनशिप विकसित करेगा. ग्रेटर नोएडा की तर्ज पर हरहुआ से राजातालाब के बीच रिंग रोड किनारे चार टाउनशिप के जरिये नया शहर बसाया जाएगा. इसे ग्रेटर बनारस का नाम दिया जाएगा. मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण योजना के तहत प्रदेश के चार शहरों में टाउनशिप के लिए शासन ने चार हजार करोड़ का बजट जारी किया है. इसमें एक हजार करोड़ रुपये ग्रेटर बनारस बसाने के लिए आवंटित किया गया है. जून तक सर्वे का काम पूरा होगा और इसके बाद जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी.
रिंग रोड किनारे नई टाउनशिप बसाने का पूरा खाका विकास प्राधिकरण तैयार कर चुका है. रिंग रोड किनारे बसने वाले ग्रेटर बनारस में बाजार, मॉल, होटल, अस्पताल बनाए जाएंगे. इससे गांवों का विकास भी तेजी से होगा. लोगों को सुविधाएं मिलेंगी, साथ ही बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार भी उपलब्ध होगा.
लोग भी ग्रेटर बनारस के योजना से बेहद खुश
ग्रेटर बनारस बसने से हरहुआ से लेकर राजातालाब के बीच बसे गांवों को भी तेजी से विकास होगा. इसके आस-पास होटल, कॉमर्शियल कांप्लेक्स, आईटी इंडस्ट्रीज, ग्रीन एरिया आदि भी विकसित किए जाएंगे. इसके अलावा अस्पताल, स्कूल-कॉलेज, खेल मैदान, मॉल आदि का भी निर्माण होगा. लोग भी इस ग्रेटर बनारस के योजना से बेहद खुश है. उन्हे लगता है न सिर्फ इससे पुराने शहर में भीड़ कम होगी बल्कि इससे युवाओं को रोजगार मिलेगा .लोगों कहना है कि शहर का तेजी से विकास हो रहा है. रोड से लेकर शहर की साफ सफाई पर खास ध्यान दिया जा रहा है. इसके साथ घाटों को सही करने से यहां पर पर्यटन को बढ़ावा मिला है. दूर-दूर से लोग यहां पर घूमने आते हैं. खासकर विदेशी पर्यटकों का तांता लगा रहता है. बनारस सदियों साल पुराना शहर और इसका ऐतिहासिक महत्व काफी अधिक है.
Source : News Nation Bureau