NIA की टीम ने वाराणसी और चंदौली में छापेमारी की. आईएसआई (ISI) एजेंट मोहम्मद राशिद के ठिकानों पर NIA ने छापेमारी की. छापेमारी में NIA ने मोबाइल फोन और कुछ दस्तावेज बरामद किए. यूपी एटीएस ने जनवरी 2020 में चंदौली के रहने वाले मोहम्मद राशिद को गिरफ्तार किया था. मोहम्मद राशिद सेना और सीआरपीएफ के ठिकानों की जासूसी कर रहा था. राशिद पाकिस्तान में बैठे आईएसआई (ISI) हैंडलर के सीधे संपर्क में था. राशिद जासूसी के लिए आईएसआई से दो बार पाकिस्तान जाकर ट्रेनिंग भी ले चुका था. यूपी एटीएस द्वारा गिरफ्तारी के बाद मामले की जांच एनआईए कर रही थी. एनआईए की छापेमारी में बरामद हुए पाकिस्तान से जुड़े दस्तावेज और फोन. भारत के नंबर पर पाकिस्तान से आईएसआई आई चला रही थी व्हाट्सएप.
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22 वर्षीय हैंडलर को 10 दिनों के लिए हिरासत में लिया
वहीं इससे पहले भारत में महिला जासूसों के नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar E Taiba) की एक 22 वर्षीय हैंडलर को 10 दिनों के लिए हिरासत में लिया था, जो पाकिस्तान (Pakistan) में अन्य आतंकियों के संपर्क में थी. इनमें 26/11 मुंबई हमले का मस्टरमाइंड हाफिज सईद (Hafiz Saeed) भी शामिल है. सूत्रों ने कहा कि कुछ सप्ताह पहले हिरासत में ली गई तानिया परवीन कई सिम कार्ड का उपयोग करके पाकिस्तान में अन्य हैंडलर्स के साथ संपर्क में थी. उसने भारतीय सिम भी बांटे और वह व्हाट्सएप ग्रुप और फेसबुक के माध्यम से संपर्क बनाने का काम कर रही थी.
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हाफिज सईद के लिए कर रही थी काम
वह प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात-उद-दावा के प्रमुख सईद के संपर्क में भी थी. सूत्रों ने दावा किया कि आईएसआई उसका इस्तेमाल अधिकारियों को प्रेम जाल में फंसाने और संवेदनशील जानकारी हासिल करने के लिए कर रही थी. आतंकवाद निरोधक एजेंसी की एक टीम कोलकाता कार्यालय में उससे पूछताछ करेगी. एनआईए ने हाल ही में इस मामले की जांच की जिम्मेदारी संभाली है और प्रतिबंधित पाकिस्तानी आतंकी संगठनों के लिए देश में काम कर रहे महिला जासूसों के नेटवर्क को निशाना बना रही है.