मन में कुछ कर गुजरने की इच्छा हो तो कोई भी मुश्किल आप का रास्ता रोक नहीं सकती और अपने साथियों और देशवासियों के लिए आप एक आदर्श बन जाते हैं. कुछ ऐसा ही करिश्मा कर दिखाया है गौतम बुद्ध नगर पुलिस में तैनात कांस्टेबल गगन कुमार पासवान ने.
गगन कुमार पासवान ने नीदरलैंड में चल रहे हो वल्र्ड पुलिस एंड फायर गेम्स में एक बैडमिंटन में कांस्य पदक जीता है. मूल रूप से बिहार निवासी गगन यूपी पुलिस की टीम से खेलते हैं . गगन ने यह मेडल बैडमिंटन के डबल्स में जीता है उनका साथ भारतीय मूलनिवासी सुनील दहिया ने दिया जो न्यूजीलैंड पुलिस में कार्यरत हैं. इससे पहले भी गगन ने कई बार अपनी किस्मत वल्र्ड पुलिस गेम्स में आजमाई थी और 2017 में लॉस एंजलिस में हुए वल्र्ड पुलिस गेम में उन्होंने चौथा स्थान प्राप्त किया था उसके बाद 2019 में चीन में हुए वल्र्ड पुलिस गेम में उन्होंने पांचवा स्थान हासिल किया था सफलता से कुछ कदम की दूरी पर आकर गगन रुक जाया करते थे.
वल्र्ड पुलिस गेम्स में तकरीबन 70 के आसपास देशों ने हिस्सा लिया था और 1000 खिलाड़ियों ने अलग-अलग खेलों में अपना दम दिखाया है. अगर बात करें तो इस बार करीब 18 देशों के डेढ़ सौ से ज्यादा खिलाड़ियों ने बैडमिंटन प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था जिन्हें अपनी जगह बना पाना किसी भी खिलाड़ी के लिए काफी चुनौतीपूर्ण और मुश्किल काम होता है. गगन ने अपनी हार को जीत में बदलने का फैसला किया और रोजाना 4 घंटे की बैडमिंटन की प्रैक्टिस शुरू कर दी . 2 घंटा सुबह और 2 घंटा शाम गगन अपनी प्रैक्टिस कर रहे थे और मुरादाबाद से 2019 में ही उन्होंने नोएडा में पोस्टिंग ले ली थी क्योंकि मुरादाबाद में बहुत ज्यादा कोचिंग सेंटर नहीं थे सुविधाएं नहीं थी. नोएडा में ट्रांसफर लेने के बाद गगन को पुलिस लाइन में तैनात कर दिया गया था जहां से वह रोजाना सुबह 2 घंटे की प्रैक्टिस के लिए दिल्ली स्टेडियम जाया करते थे लेकिन कोरोना का हाल के चलते जब यह स्टेडियम बंद कर दिया गया तो उन्होंने नोएडा के 104 में बने एक प्राइवेट कोचिंग इंस्टिट्यूट में अपनी कोचिंग शुरू की ड्यूटी के साथ-साथ वह अपने प्रतिभा को निखारने में लगे रहते थे . कड़ी मेहनत और मशक्कत के बाद आज वह दिन आ चुका है जब गगन ने नीदरलैंड में तिरंगा झंडा फहरा दिया है.
गगन की इस कामयाबी से पूरे देश में खुशी की लहर है और वहीं दूसरी तरफ गौतम बुद्ध नगर पुलिस में काफी ज्यादा जोश और उत्साह है इसलिए जगन जब वापस लौट कर आए तो बहुत गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत किया गया. नोएडा पहुंचने के बाद गगन को फूलों से सजी गाड़ी में बिठाकर पुलिस लाइन तक ले जाया गया और पुलिस के सभी अधिकारियों ने गगन का सम्मान किया . सबसे बड़ी बात है कि गगन के लिए यह राह आसान नहीं थी लेकिन अपने लोगों से मिले यह हौसले और उत्साह से गगन ने वह कर दिखाया जो अपने साथियों के लिए एक मिसाल बन गया.
वहीं कमिश्नर आफ पुलिस नोएडा आलोक कुमार ने दी बधाई और डीजीपी डिस्क पुरस्कार के लिए गगन का नाम आगे भेजा.
गौतम बुद्ध नगर के पहले पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार सिंह ने आईएएनएस से बातचीत करते हुए बताया कि गगन की मेहनत और सफलता से पूरा गौतम बुद्ध नगर पुलिस बहुत गौरवान्वित महसूस करता है. उन्होंने बताया कि हमारी हर संभव कोशिश है कि गगन को और आगे बढ़ाया जाए इसीलिए उसे जो सुविधाएं चाहिए वह सब पुलिस कमिश्नरेट की तरफ से उसे मुहैया कराई जाएंगी. साथ ही साथ उन्होंने कहा कि यह गौतम बुद्ध नगर पुलिस के लिए बहुत गर्व का विषय है . हम ऐसे और भी प्रतिभावान वर्दी धारियों को प्रोत्साहित करेंगे और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए अपना सहयोग देंगे.
गगन कुमार पासवान ने आईएएनएस से खास बातचीत में बताया कि उनका यह सफर बहुत आसान नहीं था . गगन ने बताया कि 7 साल की उम्र से ही उन्हें बैडमिंटन का शौक था . गगन के पिताजी मुरादाबाद पीएसी पुलिस में तैनात थे और वह अपने पिताजी के साथ रहते थे वह वहां पर कई खिलाड़ियों को प्रैक्टिस करते हुए देखते थे तभी से उनके मन में इच्छा थी कि वह इस खेल में ही अपनी किस्मत और अपना हुनर आजमाएंगे. गगन ने आईएएनएस को बताया कि नीदरलैंड के रोटरडम शहर में आयोजित 22 जुलाई से 31 जुलाई तक चल रहे इस वर्ड पुलिस गेम में उन्होंने यूपी पुलिस की बैडमिंटन टीम की तरफ से हिस्सा लिया था मुकाबला काफी कड़ा था. लेकिन फिर भी जीत हासिल हुई.
Source : IANS