ओमप्रकाश सिंह जन्म 3 मई 1959 में गाज़ीपुर के एक छोटे से गाँव सेवराई में हुआ था. वह एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जिन्होंने 1998 से 1999 तक 12वीं लोकसभा में गाजीपुर का प्रतिनिधित्व किया. वे समाजवादी पार्टी के सदस्य हैं. ओमप्रकाश सिंह 1989 में उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव के लिए चुने गए थे. 1998 में वह गाजीपुर का प्रतिनिधित्व करते हुए 12वीं लोकसभा के लिए चुने गए. एक सांसद के रूप में अपने दो वर्षों में, वह वाणिज्य समिति और कपड़ा पर उसकी उप-समिति के सदस्य थे.
यह भी पढ़ें- PM मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले अजय राय का कैसा रहा है राजनीतिक सफर
2003 से 2007 तक वह उत्तर प्रदेश के सिंचाई मंत्री रहे और फिर 2012 से 2017 तक अखिलेश यादव मंत्रालय में पर्यटन मंत्री रहे. वह कोयला मंत्रालय, रेलवे कन्वेंशन कमेटी और रेलवे उपक्रमों द्वारा सामान्य राजस्व के लिए देय लाभांश की दर की समीक्षा करने वाली समिति के लिए सलाहकार समिति के सदस्य भी थे. 2012 में, वह भारतीय विधान सभा के लिए चुने गए, ज़मानिया का प्रतिनिधित्व करते हुए, समाजवादी पार्टी के लिए उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री बने रहे.
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले की चुनार विधानसभा सीट जिले की सभी 5 विधानसभाओं में सबसे ज्यादा समृद्ध इलाका है. इस सीट पर लंबे समय से एक ही परिवार का राज है. यह सीट बीजेपी नेता ओमप्रकाश सिंह के नाम से भी काफी चर्चा में रहती है. अब तक सबसे ज्यादा विधायक और मंत्री इन्ही के परिवार से रहे हैं. सात बार से इस सीट पर पूर्व सिंचाई मंत्री ओम प्रकाश सिंह विधायक बने. साल 2017 में बीजेपी ने इस सीट को फिर से अपने कब्ज़े में कर लिया था. साल 2017 में बीजेपी ने ओमप्रकाश सिंह के बेटे अनुराग सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया था जिसमें अनुराग सिंह ने एसपी के जगदम्बा सिंह पटेल को शिकस्त देकर यह सीट हासिल की थी.
यह भी पढ़ें- UP: महापुरुषों की जयंती और शिवरात्रि पर नहीं होगी मांस की बिक्री, योगी सरकार ने जारी किया आदेश
Source : News Nation Bureau