28 जुलाई 2022 को आम आदमी पार्टी ने यूपी के समस्त जिलों में खाने पीने की चीजों पर जबरदस्ती के लगाए गए टैक्स और उसके वजह से बेतहाशा बढ़ते महंगाई के विरुद्ध जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही राष्ट्रपति के नाम संबंधित अधिकारियों को ज्ञापन भी दिया. आपको बता दें कि आज, सांसद व यूपी प्रभारी संजय सिंह के निर्देश पर, आप के प्रदेश व्यापी प्रदर्शन को रोकने के लिये पुलिस को लगाया गया. लखनऊ में प्रांतीय अध्यक्ष सूरज रावत सहित दर्जनों आप नेताओं, कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया तो बलिया में जिलाध्यक्ष सुशांत राज भारत को ही हाऊस-अरेस्ट कर लिया गया. बाद में जब वो किसी तरह बचते-बचाते प्रदर्शन में शामिल हुए तो उन्हे समर्थकों सहित गिरफ्तार कर लिया गया.
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प्रदर्शन में आप नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रहीं भाजपा की सरकार ने पिछले दिनों खाने-पीने सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी लगाकर आटा, दाल, दूध, अस्पताल के कपड़ें जैसे रोजमर्रा के खाद्य पदार्थों का मूल्य बढ़ाने का कार्य किया हैं. पहले से ही कमर तोड़ महंगाई की मार झेल रहीं आम जनता को मोदी की इस दमनकारी फैसले ने हिला कर रख दिया है. डीजल-पेट्रोल,गैस के बढ़े हुए मूल्य से पहले से परेशान जनता को सरसों का तेल 250 रुपये लीटर तक खाने को मजबूर किया गया. साथ ही अब बच्चों के दूध पर भी जीएसटी लगा दिया गया. गरीबों,मजदूरों,किसानों,छोटे- मध्यम व्यापारियों के लिये कार्य कर रहीं हैं.
आप नेताओं ने सरकार को घेरते हुए कहा कि आज डॉलर की कीमत 80 रुपये के बराबर हैं और इसका फायदा चंद पूँजीपति भष्ट्राचारियों को पहुँचेगा. जिनका पैसा डॉलर के रूप में विदेशों में जमा हैं और आमजन को महंगाई की मार झेलनी पड़ेंगी क्योंकि विदेशों से आयात सामान की लागत ज्यादा होंगी और महंगाई बढ़ती जायेंगी. आम आदमी पार्टी बढ़ती महंगाई पर चुप नहीं बैठेंगी, इस कुव्यवस्था पर आवाज बुलंद करेंगी और गरीब विरोधी सरकार के खिलाफ संघर्ष और तेज करेगी.