उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओम प्रकाश सिंह आज रिटायर हो रहे हैं. 23 जनवरी 2018 को ओपी सिंह (OP Singh) यूपी के डीजीपी बने थे. 1977 के बाद 2 साल तक उत्तर प्रदेश के डीजीपी बने रहने वाले वह दूसरे आईपीएस (IPS) अफसर हैं. ओपी सिंह को लखनऊ और नोएडा में पुलिस कमिश्नरी बनवाने का श्रेय जाता है. उन्हें कुंभ और लोकसभा चुनाव के सफल आयोजन पर सम्मान मिला. अब उनकी जगह हितेश चंद्र अवस्थी को डीजीपी (DGP) की जिम्मेदारी दी जा सकती है. बताया जा रहा है कि हितेश चंद्र अवस्थी को अभी यूपी का कार्यकारी डीजीपी बनाया जाएगा.
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डीजीपी ओपी सिंह का पुलिस लाइन में विदाई समारोह रखा गया है. पुलिस फोर्स ने ओपी सिंह को आखिरी सलामी दी. अपने रिटायरमेंट के दिन ओपी सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि मेरी सेवानिवृत्ति के अवसर पर आज सम्मान पाकर अभिभूत हूं. आज की परेड के लिए अपर पुलिस महानिदेशक पीएसी और पुलिस आयुक्त लखनऊ समेत सभी पुलिसकर्मियों को बधाई देता हूं. उन्होंने कहा कि यूपी पुलिस के लिए बीता साल ऐतिहासिक उपब्धियों से भरा रहा है. लखनऊ और गौतमबुद्ध नगर में पुलिस आयुक्त प्रणाली उत्तर प्रदेश पुलिस की भविष्य में दशा और दिशा व्यक्त करेगी. उन्होंने कहा कि दोनों पुलिस कमिश्नरों को धन्यवाद देता हूं और आशा करता हूं कि वो हमारी कसौटियों पर खरे उतरेंगे.
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ओपी सिंह ने कहा, 'सबसे बड़े पुलिसबल का मुझे जो नेतृत्व करने का अवसर मिला, उसे बयां नहीं कर सकता. जो भी उपलब्धियां रही हैं, मेरे सेवाकाल में आपके सहयोग से ही सम्भव हुआ है. पुलिस की सेवा एक नौकरी नहीं, पुण्य जनसेवा वरदान से कम नहीं. इस विभाग से समाज की अपेक्षाएं प्रतिदिन बढ़ रहीं हैं.' डीजीपी ने कहा कि आज 37 साल की सेवा के उपरांत अच्छा और बुरा दोनों लग रहा है. अच्छा इसलिए, क्योंकि पिछले 2 साल तक कर्तव्यनिष्ठा के साथ काम किया. बुरा इसलिए, क्योंकि आज विदा ले रहा हूं.