कोरोना के मरीज एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे है, उसी तेजी से लापरवाही भी बढ़ती जा रही है. वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय के असप्ताल में जिस बिल्डिंग में कोविड वार्ड है उसी बिल्डिंग में ओपीडी चलाई जा रही है जिससे कोरोना के मरीज बढ़ रहे है. डॉक्टर ससंकित है उन्हें समझ मे नही आ रहा है की जिस बिल्डिंग में कोरोना के सबसे ज्यादा प्रभावित मरीज है वहाँ आम जनता के लिए ओपीडी खोल दी गयी है. कोरोना के केस एक बार फिर तेजी से बढ़ता जा रहा है और उसी तेजी से लापरवाही बढ़ी है इसका जीता - जागता उदाहरण पूर्वान्चल के एम्स के नाम से जाना - जाने वाला बीएचयू अस्पताल में ही देखा जा रहा है.
यहाँ अस्पताल प्रबंधन ने तो लापरवाही की हद ही कर दी है. जिस बिल्डिंग के ऊपरी फ्लोर पर कोविड वार्ड है उसी बिल्डिंग के निचले फ्लोर पर ओपीडी पिछले एक महीने से शुरू करवा रखी है. आलम ये है की सेंट्रल ऐसी सिस्टम होने की वजह से कोरोना का खतरा बढ़ा और इसका नतीजा अब ये है की कोरोना का केस बढ़ा है और रेजिडेंट डॉक्टर भी इसकी चपेट में आ गये है. बीएचयू के सीनियर डॉक्टर ओपीडी में तो बैठे पर बेहद डरे हुए है उनका कहना है की आईएमएस डायरेक्टर ने कोरोना वार्ड की में ओपीडी खुलवा दी है जिससे आम मरीजो के साथ हम सभी डॉक्टर डरे हुए है की ये फैसला क्यो लिया गया है समझ में नहीं आ रहा है.
देश में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। महाराष्ट्र, गुजरात, मप्र के बाद अब पंजाब में अपने पैर पसार रहा है. तेजी से बढ़ रहे मामलों की वजह से मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल और इंदौर में बुधवार से नाइट कर्फ्यू लगाने का फैसला किया गया है. मप्र में पिछले कुछ दिनों से रोजाना औसतन 600 से 700 मामले सामने आ रहे हैं. वहीं, गुजरात में अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत और राजकोट में नाइट कर्फ्यू को 31 मार्च तक बढ़ा दिया गया है. वहीं पंजाब के रूपनगर जिले में आज रात 11:00 बजे से सुबह 05:00 बजे तक रात्रि कर्फ्यू लगा दिया गया है, जो अगले आदेश तक मान्य रहेगा.
Source : News Nation Bureau