यूपी के अस्पतालों (Hospital) से जुड़ी बड़ी खबर आ रही है. अस्पतालों में अब ओपीडी (OPD) सेवाएं शुरू होंगी. सीएचसी और पीएचसी की ओपीडी शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं. निजी अस्पतालों को भी ओपीडी सेवाएं शुरू करने के निर्देश जारी किया गया है. प्रथम चरण में सिर्फ आवश्यक सेवाओं की ओपीडी शुरू हुई थी. द्वितीय चरण में PHC, CHC और निजी चिकित्सालयों की ओपीडी शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं. स्वास्थ्य केंद्रों पर एडवाइजरी का पालन करते हुए ओपीडी शुरू होगी. सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार, सांस लेने में दिक्कत वाले मरीजों की अलग ओपीडी चलेगी. OPD शुरू करने वाले अस्पतालों में मास्क और सैनिटाइजर अनिवार्य रूप से प्रयोग करने के निर्देश दिए गए हैं. प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने सभी जिलाधिकारियों और सीएमओ को निर्देश जारी किया है.
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ओपीडी और गैर आपातकालीन ऑपरेशन सेवाओं को शुरू करने के लिए रूपरेखा तैयार
वहीं एम्स की एक उपसमिति से कहा गया है कि ओपीडी और गैर आपातकालीन ऑपरेशन सेवाओं को शुरू करने के लिए रूपरेखा तैयार की जाए क्योंकि प्रशासन अगले दस दिनों में उन्हें शुरू करने की योजना बना रहा है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आपातकालीन सेवाओं के अलावा गैर कोविड-19 सेवाओं को भी सीमित समय के लिए शुरू करने की योजना है जिसमें अस्पताल आसपास के अस्पतालों से भेजे गए रोगियों को ही देखेगा. एक सूत्र ने कहा, ‘‘इससे अस्पताल परिसर के अंदर काफी हद तक भीड़भाड़ पर रोक लग सकेगी लेकिन इसके गुण-अवगुण पर विचार करते हुए सुविचारित योजना बनाने की जरूरत है.
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ओपीडी सेवाओं को चरणबद्ध तरीके से खोलने की योजना
एक अधिकारी ने बताया, ‘‘ओपीडी सेवाओं को चरणबद्ध तरीके से खोलने की योजना है. अगर निकट भविष्य में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बढ़ती है और अगर जरूरत पड़ी तो हम पूर्ववर्ती रोस्टर की तरफ वापस लौटेंगे.एम्स के चिकित्सक वर्तमान में अस्पताल में जिन रोगियों का इलाज चल रहा है उन्हें टेली-परामर्श मुहैया करा रहे हैं ताकि लॉकडाउन के दौरान उन्हें अस्पताल आने की जरूरत नहीं पड़े. ओपीडी सेवाओं को फिर से शुरू करने की रणनीति पर चर्चा के लिए मंगलवार सुबह हुई बैठक में एम्स में केंद्रों के प्रमुख और विभागों के प्रमुखों से कहा गया कि अगर इन्हें फिर से शुरू किया जाए तो वे बताएं कि अनुमानत: कितने मामलों को एक दिन में देख सकते हैं.