क्राइम कंट्रोल में पब्लिक की भागेदारी को बढ़ाने के लिए गोरखपुर पुलिस ने एक खास मुहिम की शुरुआत की है. गोरखपुर के एडीजी जोन अखिल कुमार ने ऐलान किया है कि गोरखपुर, बस्ती और देवीपाटन मंडल के 11 जिलों में अगर कोई भी नागरिक कस्बों से लेकर शहर के चौराहों या गली मोहल्ले को गोद लेकर सीसीटीवी कैमरा लगवाने की पहल करेगा तो पुलिस उसे सम्मानित करेगी. एडीजी ने इस योजना की शुरुआत गोरखपुर से कर दी है. शहर के 6 चौराहों पर सीसीटीवी लगवाने वाले उद्योगपति अतुल सर्राफ के शोरूम पर आज एडीजी ज़ोन अपने पूरे दलबल और पुलिस बैंड लेकर पहुंचे.
एडीजी और दूसरे अधिकारियों ने अतुल सर्राफ का माला पहनाकर स्वागत किया और बैंड बाजे के साथ शहर में निकले जुलूस में वह शामिल भी हुए. एडीजी जोन ने गोरखपुर जोन के 11 जिलों गोरखपुर, देवरिया, महराजगंज, कुशीनगर, संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, बस्ती, गोंडा, बलरामपुर, बहराइच और श्रावस्ती के हर गली-मोहल्ले और चौराहों पर ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत सीसीटीवी कैमरा लगवाने की योजना बनाई है. इसके लिए व्यापारियों, उद्यमियों और डॉक्टरों की मदद ली जा रही है.
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पुलिस की इस पहल का आम लोग भी खुलकर स्वागत कर रहे हैं. इस योजना के तहत चौराहों पर सीसीटीवी लगाने का पूरा खर्चा स्थानीय लोग ही वहन करेंगे और सुरक्षा के लिहाज से इन सीसीटीवी कैमरों को पुलिस चौराहों और सड़कों पर लगवाने का काम करेगी. माना जा रहा है कि जब शहर या कस्बा पूरी तरह से सीसीटीवी से लैस हो जाएगा अपराध करने वाले अपराधियों को भी इन कैमरों से डर लगेगा और अगर वह अपराध करते भी हैं तो घटना के तुरंत बाद वह पुलिस की पकड़ में भी आ जाएंगे.
पुलिस इन सीसीटीवी कैमरों को लगवाने के लिए गूगल मैप कहां सहारा ले रही है और प्रमुख चौराहों के आसपास ऐसे जगहों पर भी कैमरे लगवाने की योजना है जहां से कोई अपराधी भाग सकता है पुलिस का दावा है कि वह इन कैमरों के पूरी तरह से संचालित होने के बाद घटना होने के 10 मिनट के अंदर अपराधियों को अपनी गिरफ्त में ले लेंगे.
वहीं इन कैमरों को लगवाने वाले व्यापारियों और उद्योगपतियों का कहना है कि वह अपने दुकान और मकान की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे तो लगाते ही हैं लेकिन चौराहों पर अगर अच्छी तादाद में सीसीटीवी कैमरे लग जाए तो कोई भी व्यक्ति अपराध करने से पहले सौ दफा सोचेगा.