शनिवार को एमपी एमएलए कोर्ट के विशेष न्यायाधीश पवन कुमार तिवारी ने पू्र्व नगर विकास मंत्री आजम खां को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया है. विशेष कोर्ट ने आजम खां के साथ सह अभियुक्त मो. अहतुला, राजेश, राजकुमार और डीपी यादव को भी गिरफ्तारी का आदेश दिया है. साथ ही कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि यदि अभियुक्त उपस्थित नहीं हुए तो उनके खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई अम्ल में लाई जाए.
क्या है मामला
मामला दो जनवरी 2008 का है जब आजम खां अपनी गाड़ी से जा रहे थे, जिस में काली फिल्म लगी थी. थाना प्रभारी हजलैट (मुरादाबाद) ने चेकिंग के दौरान गाड़ी रोक ली. जब कार्रवाई की जाने लगी तो आजम खां समर्थकों समेत गाड़ी से उतर गए और राजमार्ग पर जाम लगा दिया. इसी मामले में हाजिर नहीं होने पर कोर्ट ने गिरफ्तारी का आदेश जारी किया है.
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पूर्व मंत्री बेनी वर्मा के खिलाफ भी वारंट जारी
दो मुकदमों की सुनवाई के दौरान एमपी एमएलए कोर्ट में हाजिर नहीं होने पर विशेष न्यायाधीश पवन कुमार तिवारी ने पूर्व इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा के खिलाफ वारंट जारी करने का आदेश दिया है. बलरामपुर के थाना उतरौला में बेनी प्रसाद वर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज है. उन पर आरोप है कि चार मई 2014 को उन्होंने रेहरा बाजार और राजा बाजार में आयोजित जनसभा में भड़काऊ भाषण दिया था. सहायक विकास अधिकारी राजकुमार गौतम और उडऩदस्ता प्रभारी ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। दोनों मामलों में पूर्व मंत्री कोर्ट में पेश नहीं हुए थे.
बता दें कि पिछले दिनों ही उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री और सपा नेता आजम खां (Azam Khan), उनकी पत्नी राज्यसभा सदस्य डॉ. तजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ है. आजम खां के परिवार पर यह मामला बेटे अब्दुल्ला आजम के दो जन्म प्रमाणपत्र बनवाने के संबंध में दर्ज हुआ है. पुलिस ने यह मामला भाजपा लघु उद्योग प्रकोष्ठ के क्षेत्रीय संयोजक आकाश सक्सेना की तहरीर पर दर्ज किया है. वहीं विधायक अब्दुल्ला का कहना है कि इन सभी ज्यादतियों का बदला जनता अगले लोकसभा चुनाव में लेगी.
Source : News Nation Bureau