उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने नया रिकॉर्ड बनाया है. पहली बार PCS-J यानी प्रांतीय न्यायिक सेवा में 610 पदों पर भारी भरकम भर्ती हुई है. इसमें खास बात यह रही कि इंटरव्यू पूरा होने के तीसरे दिन ही रिजल्ट घोषित कर दिया गया.
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UPPSC की ओर से पीसीएस-जे की परीक्षा हर वर्ष नहीं हो पा रही है. आयोग को पदों का अधियाचन मिला तो उसमें गिने-चुने पद ही रहे. पिछले रिकॉर्ड देखने से यह पता चलता है. 2012 में 76, 2013 में 125, 2015 में 197 और 2016 में 218 पदों पर परीक्षा कराई गई. 2017 में अधियाचन न मिलने से परीक्षा नहीं हो पाई.
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इतना ही नहीं 2018 की भर्ती में सबसे पहले शासन से 330 पद ही आए थे, जिसे कुछ महीने बाद बढ़ाकर 386 कर दिया गया था. बाद में फिर पदों की संख्या बढ़ा कर 610 कर दिया गया. आयोग ने 2018 में इसकी प्रारंभिक परीक्षा शुरू कराई और सात माह के अंदर ही मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार करवाकर रिजल्ट घोषित कर दिया गया.
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आपको बता दें कि UPPSC को दो जुलाई को नया अध्यक्ष मिला था. डॉ. प्रभात कुमार ने अध्यक्ष पद की कमान संभाली थी. डॉ. कुमार के अध्यक्ष बनने के बाद यह पहला बड़ा रिजल्ट है. बुधवार को उन्होंने तमाम अभ्यर्थियों से मुलाकात करके PCS-J 2018 की परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायत को सुना.
उनका कहना था कि मुख्य परीक्षा का परिणाम सही नहीं घोषित हुआ है. एक ही सीरीज वाले रोल नंबर के अभ्यर्थियों को उत्तीर्ण कर दिया गया है. जिसके कारण परीक्षा निरस्त की जाए.
HIGHLIGHTS
- पहली बार रिकॉर्ड तेजी के साथ जारी हुआ रिजल्ट
- गोंडा जिले की आकांक्षा तिवारी बनीं टॉपर
- कुल पदों में 51 प्रतिशत लड़कियां उत्तीर्ण
Source : News Nation Bureau