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गोरखपुर चिड़ियाघर के जानवर और मूर्तियों को लोग पहुंचा रहे नुकसान

मुख्यमंत्री के निर्देश पर यहां पर टिकट काफी कम रखा गया है और सीएम का यह सपना है कि लोग यहां पर आकर इन जानवरों के बारे में जाने समझे और उनसे कुछ सीखें, लेकिन आम लोगों के द्वारा जिस तरह से जानवरों को परेशान किया जा रहा है.

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Shailendra Kumar
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zoo animals and idols in Gorakhpur

गोरखपुर चिड़ियाघर( Photo Credit : News Nation)

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गोरखपुर में चिड़ियाघर को खुले अभी एक सप्ताह भी नहीं हुए हैं लेकिन लोगों की नासमझी की वजह से यहां के जानवर तो परेशान हो ही रहे हैं, साथ ही लोग चिड़ियाघर की सजावट और मूर्तियों को भी तोड़कर नुकसान पहुंचा रहे हैं. शेरों और चीता के पिंजड़े में दर्शकों द्वारा पत्थर फेंके जाने की वजह से उनको चोट भी लग रही है पर चिड़ियाघर प्रशासन द्वारा बार बार रोके जाने का कोई असर लोगों पर नही हो रहा है. गोरखपुर में 27 मार्च को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद अशफाक उल्ला खान चिड़ियाघर का उद्घाटन किया और इसके 2 दिन बाद यह आम लोगों के लिए खोल दिया गया.

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पिछले एक दशक से बन रहे इस चिड़ियाघर को मुख्यमंत्री योगी ने मात्र 2 साल में पूरा कराकर जनता को समर्पित कर दिया, लेकिन खुलने के 1 सप्ताह के अंदर ही आम लोगों की नासमझी की वजह से यह चिड़ियाघर अब दुर्व्यवस्था का शिकार बनता जा रहा है. यहां पर आने वाले लोग पार्क के अंदर जानवरों को लगातार परेशान कर रहे हैं. शेर और चीते के बाड़े में आराम कर रहे जानवरों को पत्थर मार कर उनको उकसाया जा रहा है.

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कई लोग तो कीपरों के मना करने के बावजूद जानवरों के बाड़े के अंदर तक घुस जा रहे हैं और सेल्फी ले रहे हैं. इसके साथ ही यहां पर सजावट के लिए लगी जानवरों की मूर्तियों को भी लोग खेल-खेल में तोड़ रहे हैं. यह मूर्तियां प्राणी उद्यान खूबसूरती को बढ़ाने के लिए लगाई गई हैं लेकिन लोग उन पर अपने बच्चों को तो बैठा ही रहे हैं खुद भी इन जानवरों की मूर्तियों पर सवार होकर सेल्फी और फोटो खिंचवा रहे हैं. जब हमने इनसे बात की तो यह कैमरे पर माफी मांगने लगे. 

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हालांकि इस चिड़ियाघर में लोगों को रोकने के लिए 17 से अधिक महिला और पुरुष पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है, लेकिन अधिकतर पुलिसकर्मी यहां पर लोगों को समझाने की बजाय आराम करते ही नजर आते हैं. चिड़ियाघर के कर्मचारी और अधिकारी लगातार लोगों को ऐसा न करने के लिए अनुरोध कर रहे हैं लेकिन लोग समझने को तैयार नहीं है. इस चिड़ियाघर में लगे जानवरों की अधिकतर मूर्तियां क्षतिग्रस्त हो गई हैं. साथ ही जानवर भी लोगों के द्वारा परेशान किए जाने की वजह से बीमार हो रहे हैं. 

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चिड़ियाघर प्रशासन यहां पर लोगों के साथ अभी सख्ती से पेश नहीं आ रहा है, लेकिन लोगों की नासमझी की वजह से यहां पर अब लोगों पर जुर्माना और दंड भी लगाने की योजना बन रही है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर यहां पर टिकट काफी कम रखा गया है और सीएम का यह सपना है कि लोग यहां पर आकर इन जानवरों के बारे में जाने समझे और उनसे कुछ सीखें, लेकिन आम लोगों के द्वारा जिस तरह से जानवरों को परेशान किया जा रहा है और यहां पर चीजों को क्षतिग्रस्त किया जा रहा है उसे देखकर लगता नहीं कि लोग अभी इस चिड़ियाघर की उपयोगिता को समझ पाए हैं. 

HIGHLIGHTS

  • गोरखपुर में चिड़ियाघर को खुले अभी एक सप्ताह भी नहीं हुए हैं
  • लोगों की नासमझी की वजह से यहां के जानवर तो परेशान हो रहे हैं
  • लोग चिड़ियाघर की सजावट और मूर्तियों को भी तोड़कर नुकसान पहुंचा रहे हैं
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