'नारी इंसाफ सेना' (एनआईएस) बुंदेलखंड में लंबे अरसे से नशा मुक्ति अभियान चला रही है। एनआईएस ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में बिहार की नीतीश सरकार की तर्ज पर पूर्ण शराबबंदी का वादा करने वाले उम्मीदवारों के ही पक्ष में बुंदेलखंड की 'आधी आबादी' मतदान करेगी।
एनआईएस की प्रमुख वर्षा भारतीय ने रविवार को कहा, 'सूखे और आपदाओं से जूझ रहे बुंदेलखंड में नशे की लत भी एक आपदा बनकर आधी आबदी पर कहर बरपाती है। घर के आंगन से लेकर सड़क तक नशेड़ी पुरुष वर्ग महिलाओं के साथ हिंसा करते हैं, लेकिन राज्य सरकार या प्रशासन खुद को जवाबदेह मानने से कतरा रहा है।'
वर्षा भारतीय ने आगे कहा, 'एनआईएस बुंदेलखंड में आधी आबादी के बीच 'नशा मुक्ति अभियान' चलाकर जागरुकता पैदा कर रहा है। इस अभियान में बांदा, चित्रकूट, महोबा, हमीरपुर, जालौन, झांसी और ललितपुर की करीब तीन सौ महिलाएं जुड़ी हैं, जो यहां पूर्ण शराबबंदी की पक्षधर हैं।'
एनआईएस प्रमुख के मुताबिक, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वहां पूर्ण शराबबंदी कानून लागू कर आधी आबादी के साथ इंसाफ किया है। उत्तर प्रदेश विशेषकर बुंदेलखंड में भी पूर्ण शराबबंदी की जरूरत है, ताकि आंगन से लेकर सड़क तक आए दिन महिलाओं के साथ होने वाली बाहरी और घरेलू हिंसा पर विराम लग सके।
वर्षा ने बताया बताया कि सभी सात जनपदों में सात-सात महिलाओं का ग्रुप और उनके नियंत्रण के लिए जिला समन्वयक नियुक्त किया गया है, जो आगामी विधानसभा चुनाव में पूर्ण शराबबंदी समर्थक राजनीतिक दल के उम्मीदवार के पक्ष में आधी आबादी को मतदान करने के लिए प्रेरित कर रहा है।
ये भी पढ़ें: संपत पाल के गुलाबी गैंग में एक बार फिर आपसी 'संघर्ष' की नौबत!
ये भी पढ़ें: चाचा-भतीजे की जंग में नया मोड़, शिवपाल के खिलाफ जांच करायेंगे सीएम अखिलेश
Source : IANS