उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है. यहां के पीलीभीत में बिलसंडा के मरौरी खास गांव के भाजपा से जुड़े निवर्तमान प्रधान के पति ने सीओ बीसलपुर पर एक मंदिर व्यवस्थापक के पैर छुआकर नाक रगड़वाने का आरोप लगाया है. मामला भाजपा विधायक रामसरन वर्मा तक पहुंचने पर सियासत गरमा गई. अपर मुख्य सचिव, डीजीपी, एडीजी, डीआईजी और डीएम, एसपी को विधायक ने फोन कर कार्यकर्ताओं के अपमान पर नाराजगी जताई. निवर्तमान प्रधान ने रात में ही शासन में शिकायत कर दी है. विधायक के तेवरों के बाद रात को ही एएसपी ने बिलसंडा थाने पहुंचकर निवर्तमान प्रधान के पति के बयान दर्ज किये. उधर जिस मंदिर का घटनाक्रम है वहां के व्यवस्थापक ने भी ग्राम प्रधान के पति पर कब्जा कराने का आरोप लगाया है.
निवर्तमान प्रधान के पति संजीव अवस्थी का आरोप है कि दोपहर में उन्हें उनकी ही पंचायत क्षेत्र में स्थित मढ़ानाथ मंदिर में पुलिस ने बुलाया. वह मौके पर पहुंचे और इंस्पेक्टर से बात करने लगे. सीओ दूसरी ओर मंदिर के व्यवस्थापक गुड्डू से बात कर रहे थे. बातचीत के बाद सीओ ने उन्हें बुलाया और गालीगलौज कर ग्रामसमाज की जमीन पर कब्जा कराने का आरोप लगाया. प्रधान पति ने आरोपों को नकारा तो सीओ भड़क गए. आरोप है कि सीओ ने युवक गुड्डू के पैर छुआए और नाक भी रगड़वाई. विरोध पर फर्जी मुकदमे में जेल भेजने की धमकी दी.
आहत प्रधान के पति वहां से समर्थकों व विधायक के पास पहुंचे. विधायक मामला जानकर भड़क गए. शिकायत शासन तक हो गई. एसपी जयप्रकाश का कहना है कि मामले की जांच करा ली गई है. रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है. भाजपा विधायक राम सरन वर्मा ने बताया है कि बुधवार को सर्कल ऑफिसर विनीत सिंह बिलसंडा के एसएचओ रविंद्र कुमार के साथ जमीन का एक विवाद सुलझाने गांव पहुंचा था. कथित तौर पर आरोपी गुड्डू अवैध रूप से मंदिर परिसर में रहता है और उसी के इशारे पर पुलिस अधिकारी यहां आए थे. विधायक के मुताबिक आरोपी कई तरह के गलत काम में शामिल रहता है.
विधायक ने दावा किया कि सिंह ने गांव को प्रधान को पहले गुड्डू के पैर छूने का निर्देश दिया और फिर 3 बार उसके पैरों में नाक रगड़ने के लिए मजबूर किया. विधायक राम शरण वर्मा ने कहा कि उन्होंने अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी, डीजीपी एचसी अवस्थी और पीलीभीत के एसपी जय प्रकाश यादव को पत्र लिखकर पुलिस अधिकारी के खिलाफ तत्काल कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है. साथ ही आगे की कार्रवाई का निर्णय लेने के लिए ग्राम प्रधान संघ की तत्काल बैठक बुलाने की भी अपील की है.
इस घटना को लेकर प्रधान संघ के जिलाध्यक्ष आशुतोष दीक्षित ने कहा, 'हम एक निर्णायक लड़ाई लड़ेंगे और जब तक कि दोषी सर्कल अधिकारी के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई नहीं होती हम लड़ाई जारी रखेंगे.' इस बीच एसएचओ रवींद्र कुमार ने कहा कि उन्होंने 4 दिन पहले ही थाने का प्रभार संभाला था और उन्हें गुड्डू की आपराधिक गतिविधियों की जानकारी नहीं थी. वहीं पीलीभीत के एसपी जय प्रकाश यादव ने कहा कि उन्होंने अतिरिक्त एसपी पवित्र मोहन त्रिपाठी को आरोपों की जांच करने और गांव जाकर मामले से जुड़े सभी लोगों के बयान लेने का आदेश दिया है.
HIGHLIGHTS
- पीलीभीत में ग्राम प्रधान पति से पुलिस ने रगड़वाई नाक
- बीजेपी विधायक ने दी आंदोलन की चेतावनी
- जमीन विवाद से जुड़ा था मसला