समाजवादी पार्टी (सपा) के रामपुर से सांसद मोहम्मद आजम खान की बड़ी बहन को शुक्रवार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. हालांकि, पुलिस ने हिरासत या गिरफ्तारी की बातों से इंकार किया है, और कहा कि जौहर यूनिवर्सिटी पर लगे आरोपों के संबंध में चल रही जांच के अंतर्गत उनसे पूछताछ की जा रही है. आजम की छोटी बहन नसरीन ने बताया कि उनकी बड़ी बहन निखत अपने घर में खाना खा रही थीं, तभी दो महिला पुलिसकर्मी आईं और उन्हें बुर्का भी नहीं पहनने दिया और अपने साथ ले गईं.
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पुलिस अधीक्षक (रामपुर) डॉ. अजय पाल शर्मा ने बताया, जौहर यूनिवर्सिटी में किसानों की जमीनों को कब्जाने की जांच चल रही है. यह जमीन जौहर विवि को चौहर ट्रस्ट द्वारा 33 साल के पट्टे पर दी गई है. इसी संबंध में जौहर ट्रस्ट की कोषाध्यक्ष से पूछताछ की जा रही है. शर्मा ने कहा कि "न तो उनको हिरासत में लिया गया है और न ही गिरफ्तार किया गया है. बस उनसे पूछताछ की जा रही है."
आजम खान की पत्नी और राज्यसभा सांसद तंजीम फातिमा ने पत्रकारों को इस घटना की जानकारी दी. उन्होंने इसे पुलिस ज्यादती बताते हुए जुल्म की हद करार दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि 70 वर्ष से अधिक उम्र की एक बूढ़ी और बीमार महिला को जबरदस्ती उनके घर से धक्के देते हुए पुलिस ले गई, यह नाइंसाफी है.
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तंजीम फातिमा ने कहा कि आजम खान की बड़ी बहन निखत को नमाज से पकड़कर घसीटते हुए पुलिस ले गई. उन्होंने कहा कि "क्या यह लोकतांत्रिक तरीका है? यही पुलिस की कार्यप्रणाली है कि अकेली औरत को घर से घसीटकर इस तरह से ले जाया जाए. अगर पुलिस को कुछ पूछना ही है तो सीधे कह देती."
राज्यसभा सांसद ने बताया कि "यह आजम खान की बड़ी बहन हैं और जिस तरह जौहर ट्रस्ट की मेंबर वह हैं, वैसे ही निखत भी हैं. जौहर ट्रस्ट के तो सात सदस्य हैं. पुलिस ने अभी तक बताया ही नहीं कि क्यों उठाया गया है. पुलिस कार्रवाई के नाम पर डरा-धमका रही है." गौरतलब है कि आजम खान की बहन निखत अफलाक जौहर ट्रस्ट की कोषाध्यक्ष हैं.
Source : आईएएनएस