उत्तर प्रदेश के बदायूं से माता-पिता की हत्या का एक बेहद ही सनसनीखेज मामला सामने आया है. बदायूं के संजरपुर गुलाल गांव में रहने वाले बुजुर्ग दंपति को उनके बेटों ने न सिर्फ बेहरमी से मार डाला बल्कि इसे एक हादसे का रूप देने के लिए उनके शवों को भी जला दिया. हालांकि, कलयुगी बेटों का मास्टर प्लान धरा का धरा रह गया और उन्हें पुलिस ने बुजुर्ग दंपति की हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया.
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पुलिस ने बताया कि दोनों बेटों ने प्रॉपर्टी विवाद में अपने बुजुर्ग माता-पिता की हत्या की. राजेंद्र (61) और उनकी पत्नी राजवती (57) जो बदायूं स्थित अपने घर में ही रहते थे. राजेंद्र और राजवती के शव 15 दिसंबर को उनके घर में बुरी तरह से जले हुए पाए गए थे. दंपति के चार बेटे थे लेकिन कोई भी उनके साथ नहीं रहता था.
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जानकारी के मुताबिक बुजुर्ग दंपति के दो बेटे दिल्ली में काम करते हैं, जबकि बाकी के दो बेटे बदायूं में ही रहते हैं. परिवार के पास गांव में एक घर के अलावा करीब 10 एकड़ खेत भी था. पुलिस ने मामले को लेकर पूछताछ शुरू की तो हैवान बेटों ने दावा किया था कि सोने के दौरान कंबल में आग लग गई थी, जिसकी वजह से उनके माता-पिता जिंदा जल गए थे.
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हालांकि, पोस्टमॉर्टम में मालूम चला कि दंपति की गला घोंटने से मौत हो गई थी, जिसके बाद उनके शवों में आग लगा दी गई थी. एसएसपी संकल्प शर्मा ने कहा, "पोस्टमॉर्टम के बाद हमने एक निगरानी टीम तैनात की और संदिग्धों से पूछताछ शुरू की. हमें पता चला कि दोनों बेटों विक्रम और सुमित का अपने पिता के साथ झगड़ा हुआ था क्योंकि पिता ने अपनी संपत्ति बेचने और उन्हें हिस्सा देने से मना कर दिया था."
एसएसपी ने बताया कि विक्रम और सुमित से जब कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होंने अपराध कबूल कर लिया. दोनों को सोमवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. आरोपियों पर आईपीसी की धारा 302 (हत्या) और 201 (सबूत गायब करने) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
Source : News Nation Bureau