कानपुर का संजीत यादव किडनैपिंग और हत्या का मामला गर्माता जा रहा है. यूपी पुलिस और सरकार दोनों विपक्षी पार्टीयों के निशाने पर बनी हुई है. विपक्ष के नेता लगातार योगी सरकार पर हमला बोल रही हैं. वही यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू भी इस मामले में कानपुर की तरफ कूच कर रहे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें पहले ही हिरासत में लिया. पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर कानपुर जाने से रोक दिया दिया है.
कानपुर संजीत यादव मामले में यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की बात कही. अखिलेश यादव ने यूपी सरकार पर हमला बोलते हुए संजीत यादव के परिवार को 50 लाख मुआवजा देने की मांग की हैं. इसके साथ उन्होंने पीड़ित परिवार को सपा की तरफ से 5 लाख मुआवजा देने का ऐलान भी किया है.
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वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए राज्य में जंगलराज की बात कही हैं. उन्होंने कहा, 'यूपी में कानून व्यवस्था दम तोड़ चुकी है. आम लोगों की जान लेकर अब इसकी मुनादी की जा रही है. घर हो, सड़क हो, ऑफिस हो कोई भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करता. विक्रम जोशी के बाद अब कानपुर में अपहृत संजीत यादव की हत्या. पुलिस ने किडनैपर्स को पैसे भी दिलवाए और उनकी हत्या कर दी गई. एक नया गुंडाराज आया है. इस जंगलराज में कानून-व्यवस्था गुंडों के सामने सरेंडर कर चुकी है.'
बता दें कि कानपुर के संजीत यादव किडनैपिंग और हत्या मामले में 7 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. बता दें कि कानपुर के बर्रा से करीब एक माह पहले लैब टेक्नीशियन संजीत यादव का अपहरण फिरौती के लिए उसके दोस्त ने अपने साथियों के साथ मिलकर किया था. उन्होंने यादव की हत्या कर लाश को पांडु नदी में फेंक दिया था. इस मामले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है.