नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में पश्चिमि उत्तर प्रदेश के मेरठ में हिंसा हुई थी. इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई. जिनके परिजनों से मिलने के लिए राहुल गांधी और कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी मेरठ जा रहे थे. लेकिन मेरठ बॉर्डर पर ही उन्हें पुलिस ने रोक दिया है. पुलिस ने कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए दोनों कांग्रेस नेताओं को जाने से रोक दिया. इस पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि हमने पुलिस वालों से आदेश की मांग की थी. लेकिन उन्होंने बिना कोई आदेश दिखाए हमें वापस लौटने के लिए कहा.
We asked the police if they have any order, they didn't show us any order but they told us to go back: Shri @RahulGandhi #हत्यारी_भाजपा pic.twitter.com/y9rjQikFDz
— Congress (@INCIndia) December 24, 2019
राहुल और प्रियंका भले ही पीड़ितों के परिजनों से न मिल पाए हों लेकिन उन्होंने फोन पर बात करके अपनी संवेदना व्यक्त की.
Shri @RahulGandhi & AICC GS Smt. @priyankagandhi were stopped outside Meerut by the Police. They offered to travel in a group of 3 people, however, they were still stopped. They were on the way to meet families of victims of the violent anti-CAA protests in UP. #हत्यारी_भाजपा pic.twitter.com/3i2R5uoMhs
— Congress (@INCIndia) December 24, 2019
पुलिस का कहना है कि मेरठ शहर में धारा 144 लगी है. इसके कारण से दोनों नेताओं को वापस लौटने के लिए कहा गया. इस पर कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि सरकार लगातार डर रही है. आखिर वह दोनों नेताओं को मेरठ में क्यों नहीं जाने दे रही है. धारा 144 पर उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ बहानेबाजी कर रही है. कांग्रेस पार्टी पीड़ितों का दर्द बांटने के लिए जा रही थी. लेकिन योगी सरकार से यह भी नहीं देखा गया.
इससे पहले प्रियंका बिजनौर भी गई थीं और हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात की थी. कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को दिल्ली के राजघाट पर CAA के खिलाफ सत्याग्रह किया था. जिसमें राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी शामिल हुए थे.
Source : News Nation Bureau