यूपी के लखनऊ से वायरल एक वीडियो में पुलिस का कहर बरसते दिखाई दे रहा है. जहां कुछ पुलिस वाले किसी को बीच सड़क पर बेरहमी से पीट रहे हैं. वीडियो की तफ्तीश करने पर पता चला कि यूपी पुलिस का वायरल ये वीडियो एक ऐसे मामले से जुड़ा है, जिसमें पुलिस ने दो युवकों को इतना पीटा कि उनमें से एक की मौत ही हो गई. मालूम हो कि 16 जुलाई को सुमित नाम के एक युवक की हत्या हुई थी. सुमित की हत्या के आरोप में उसके साले आयुष और दोस्त आदर्श सिंह को पुलिस ने जेल भेज दिया था. पर अब एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ पुलिस कर्मी 2 युवकों को बेरहमी से पीट रहे हैं. आदर्श के पिता अरुण प्रकाश सिंह का कहना है कि वीडियो में पुलिस सुमित और उसके दोस्त पंकज को पीट रही है. बाद में सुमित की मौत हो गई थी. अरुण सिंह का कहना है कि खुद को बचाने के लिए पुलिस वालों ने आदर्श और आयुष को फर्जी मामले में जेल भेज दिया था. अरुण सिंह ने मामले की शिकायत मानवाधिकार आयोग से की है. पुलिस कमिश्नर लखनऊ ने भी मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
सुमित के साले आयुष और दोस्त आदर्श पर लगा था उसकी हत्या का आरोप
बीती 16 जुलाई को लखनऊ के सुमित नाम के एक युवक की हत्या हुई थी. इस मामले में सुमित की हत्या का आरोप उसके साले आयुष और दोस्त आदर्श सिंह पर लगा था. जिसके बाद उन्हें पुलिस ने हत्या के आरोप में जेल भेज दिया था. अब एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिस कर्मी 2 युवकों को बेरहमी से पीटते दिखाई दे रहे हैं. बाद में उनमें से एक व्यक्ति सुमित की मौत हो गई.
यूपी पुलिस के खिलाफ पिता ने की मानवाधिकार विभाग से शिकायत
मामले में आदर्श के पिता अरूण सिंह का कहना है कि खुद को बचाने के लिए पुलिस वालों ने आदर्श और आयुष को फर्जी मामले में जेल भेज दिया था. अरुण सिंह ने मामले की शिकायत मानवाधिकार आयोग से की है. पुलिस कमिश्नर लखनऊ ने भी मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
HIGHLIGHTS
- लखनऊ से वायरल एक वीडियो में पुलिस का कहर बरसते दिखा
- पुलिस वालों ने दो युवकों को बीच सड़क पर पीटा
- एक युवक की हुई मौत, आरोप साले और दोस्त पर लगा