एक तरफ जहां देश में कोरोना महामारी से कोहराम मचा है तो वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश में सोशल डिस्टेंश और क्वारंटाइन का पालन न करने को लेकर खूनी खेल शुरू हो गया है. प्रतापगढ़ जिले के पट्टी तहसील स्थित धुई ग्राम सभा के प्रधान ने सोशल डिस्टेंशन का पालन करने की सलाह पर दी तो दबंगों ने उन पर धारदार हथियार से हमला कर लहूलुहान कर दिया.
आपको बता दें कि मुंबई ,दिल्ली व अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में लोग गांव पहुंच रहे हैं, जिन्हें प्रशासन द्वारा विभागीय क्वारंटाइन सेंटर व होम क्वारंटाइन किया जा रहा है. ऐसे धुई ग्राम सभा में मौर्या समुदाय काफी दबंग माना जाता है. प्रधान प्रतिनिधि अनिल तिवारी ने प्रदेश से आए लोगों को बाहर न घूमने की सलाह दी. इसके बाद समुदाय के सैकड़ों लोगों ने मिलकर प्रधान के घर पर हमला कर दिया.
मामूली कहासुनी के बाद प्रधान प्रतिनिधि सहित 4 लोगों को पीटा
वहीं, पट्टी थाना क्षेत्र में खेत में गाय जाने के मामूली विवाद से शुरू हुआ मामला दूसरे दिन अधिक गंभीर हो गया. आधा दर्जन आरोपियों ने प्रधान प्रतिनिधि व अन्य तीन लोगों को पीटकर जख्मी कर दिया. पीड़ित प्रधान प्रतिनिधि ने पट्टी कोतवाली में तहरीर देकर आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है.
पट्टी कोतवाली क्षेत्र के धुई गांव के प्रधान प्रतिनिधि अनिल तिवारी ने बताया कि गुरुवार को गांव के राम आसरे की गाय चरते हुए गोविंदपुर के नन्हें वर्मा के खेत में चली गई, जिससे दोनों में मामूली कहासुनी हो गई. इसके बाद दोनों लोगों को समझा कर उन्हें घर भेज दिया गया, लेकिन शाम को नन्हें वर्मा 200 लोगों के साथ फिर राम आसरे के पंपिंग सेट पर पहुंचकर उपद्रव मचा दिया और उसके बाद पंपिंग सेट का पट्टा वगैरह तोड़ दिया.
शुक्रवार को मामले को शांत कराने के लिए दोनों पक्षों में समझौता हुआ, लेकिन समझौते के बाद भी आरोपी लाठी-डंडा लेकर प्रधान प्रतिनिधि को रास्ते में घेरकर जमकर मारा पीटा. बीच-बचाव करने आए प्रधान के भाई और अन्य 4 लोगों को भी आरोपियों ने गालियां देते हुए लहूलुहान कर दिया.
सूचना पर पट्टी कोतवाल नरेंद्र सिंह आसपुर देवसरा थाना अध्यक्ष एडिशनल एसपी सुरेंद्र प्रसाद द्विवेदी सहित कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची और कई आरोपियों को पकड़कर थाने ले आई. प्रधान प्रतिनिधि तिवारी ने तहरीर देकर 12 नामजद और 50 अज्ञात लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है.
क्या कहते हैं एडिशनल
मामले को संज्ञान में लेते हुए एडिशनल सुरेंद्र प्रसाद द्विवेदी मौके पर पहुंचे मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने जानकारी दी कि दो पक्षों में मामूली कहासुनी के बाद तनाव की स्थिति थी. कुछ बाहर से लोग गांव में आए थे, जिन्हें एकांतवास में रहने की सलाह दी गई तो वे लोग उसी खुन्नस में मारपीट पर उतर आए. मामले को शांत कराने के लिए दो सिपाहियों पर भी हमला कर दिया गया. उनकी गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हुई हैं. सभी आरोपियों को चिन्हित किया जा रहा है. गांव में एहतियातन फोर्स तैनात कर दी गई है.
Source : News Nation Bureau