योगी सरकार के लाख प्रयासों के बावजूद उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जनपद में खाकी का अत्याचार अपने चरम पर है. प्रतापगढ़ में आए दिन हत्या, मारपीट और लूट जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं. पूरे जिले में जहां अपराध अपने शीर्ष पर है तो वहीं अब थाने में बंद आरोपी भी सुरक्षित नहीं हैं. एसपी अभिषेक सिंह जिले में अपराध रोकने में नाकाम साबित हो रहे हैं. खाकी वर्दी वालों के सामने के अपराधी अपराध कर रहा है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.
ताजा मामला प्रतापगढ़ जनपद के रानीगंज थाने में बंद मिठाई लाल का है. जहां मिठाई लाल पर शुक्रवार की रात को थाने के अंदर फावड़े से हमला हुआ था, जिससे उसके पेट में गहरा घाव हो गया था. हमले की जानकारी मिलते ही आनन-फानन में पुलिस ने घायल को जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उसे प्रयागराज रेफर कर दिया. प्रयाजराज के एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज के दौरान मिठाई लाल मौत हो गई.
मिठाई लाल रानीगंज थाने के आमापुर बेर्रा का रहने वाला है. भाई से विवाद में पहुंची यूपी 112 ने मिठाई लाल को थाने में उठा लाया था. मिठाई लाल की मौत के बाद अब पुलिस उसे मनोरोगी बता रही है. वहीं, घटना की जनकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने रानीगंज थाने में आरोपी पर हमले के मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी को सौंप दी है.
इस मामले में जहां एसपी ने अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी को सीओ रानीगंज और इंस्पेक्टर रानीगंज के शिथिल पर्यवेक्षण की जांच सौंपी है तो वहीं कांस्टेबल राजेश कुमार, हेड कांस्टेबल राजितराम गुप्ता और कांस्टेबल शिवम खरवार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. उन्होंने कहा कि थाने के अंदर मिठाई लाल पर एक अन्य आरोपी मनोरोगी ने हमला किया था. आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.
Source : News Nation Bureau