हाथरस हादसा इन दिनों देश में काफी सुर्खियों में है. हादसे के कारण मथुरा के प्रेमानंद महाराज ने अपनी पदयात्रा अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दी है. पदयात्रा रात में निकलती थी. श्रीहित राधा केली कुंज परिकर ने संबंध में एक पत्र जारी किया है. पत्र में कहा गया है कि हाथरस में हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण और हृदय विदारक है. हादसे के पीड़ितों और परिजनों के साथ हमारी संवेदानएं हैं. ठाकुर जी से प्रार्थना है कि भविष्य में ऐसी घटना कभी न हो. पत्र में आगे कहा गया है कि प्रेमानंद महाराज ने कहा है कि कृप्या कोई भी श्रद्धालु रास्ते में दर्शन के लिए खड़ा न हो. रात में किसी प्रकार की भीड़ ने लगाई जाए.
हर मौसम पैदल यात्रा करते हैं बाबा
बता दें, प्रेमानंद महाराज रात 2.30 बजे श्रीकृष्ण शरणम् सोसाइटी से रमणरेती स्थित आश्रम राधाकेली कुंज जाते हैं. दो किलोमीटर की दूरी को पैदल पूरा करते हैं. इस दौरान हजारों लोग उनकी एक झलक के लिए रोड के दोनों और खड़े रहते हैं. गर्मी, बारिश या फिर सर्दी हर मौसम श्रद्धालु पलके बिछाए खड़े रहते हैं. रात में जब प्रेमानंद महाराज आश्रम जाते हैं तो उनके भक्त रास्ते भर फूलों से रंगोली बनाते हैं. आश्रम तक का रास्ता भक्त फूलों से पाट देते थे. रास्ते भर में जगह-जगह उनकी आरती उतारी जाती है.
बागेश्वर धाम सरकार ने भी की अपील
एक दिन पहले बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने जनता से अपील की थी. दरअसल, आज उनका जन्मदिन है. हाथरस के हादसे से पहले बागेश्वर धाम पर उनके जन्मदिन को धूमधाम से मनाने की जोरशोर से तैयारियां चल रही थी. लेकिन जिस तरह से भीड़ की भगदड़ से हाथरस में एक बड़ा हादसा हुआ उसे देखते हुए अब खुद धीरेंद्र शास्त्री लोगों से अपील कर रहे हैं कि वो उनके धाम पर ना आएं. देश विदेश में बागेश्वर धाम सरकार के लाखों करोड़ों भक्त हैं. 4 जुलाई का दिन उनके हर भक्त के लिए बेहद खास है. हर कोई चाहता है कि वो उनसे मिले और उन्हें जन्मदिन की मुबारकबाद दे. अगर इतना भी ना हो सके तो कम से कम एक बार उन्हें पास से देखकर ही दिल से दुआ दे आए. लेकिन अब उनके भक्तों को उन्होंने अपने धाम पर ना आने का आग्रह किया है.
Source : News Nation Bureau