प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 नवंबर को उत्तर प्रदेश में 340 किलोमीटर लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करेंगे. खास बात यह है कि कार्यक्रम में पीएम मोदी की एंट्री C-130 सुपर हरक्यूलिस ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट में होगी. कार्यक्रम के बाद भारतीय वायुसेना (IAF) की तरफ से एयर शो का भी आयोजन किया जाएगा. इसके लिए 30 फाइटर जेट्स को पूर्वांचल एक्सप्रेस पर उतारने की तैयारी की जा रही है. यह एक्सप्रेसवे पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश को जोड़ेगा. 42,000 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित यह एक्सप्रेसवे लखनऊ के चांद सराय गांव से शुरू होता है जो लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर से होकर गुजरेगी.
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आजमगढ़ के रास्ते लखनऊ से गाजीपुर तक छह लेन पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के निर्माण का शुभारंभ किया था. भविष्य में एक्सप्रेस-वे को आठ लेन तक बढ़ाया जा सकता है. योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार का दावा है कि एक्सप्रेसवे न केवल औद्योगिक गतिविधियों के लिए रास्ता खोलेगा, बल्कि पूर्वांचल के विकास को भी बढ़ावा देगा और बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार प्रदान करेगा. उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनावों से पहले योगी आदित्यनाथ सरकार का ध्यान सड़कों और वायुमार्ग से संबंधित पांच प्रमुख विकास परियोजनाओं पर है. इनमें से कुछ परियोजनाएं चुनाव से पहले पूरी हो जाएंगी जबकि अन्य पर काम चुनाव के बाद भी जारी रहेगा.
उत्तर प्रदेश सरकार नियमित रूप से चार प्रमुख एक्सप्रेसवे की प्रगति की निगरानी कर रही है, जिनमें से तीन पर काम चल रहा है जबकि चौथे पर काम शुरू होना बाकी है. ये हाईवे उत्तर प्रदेश के हर हिस्से को राजधानी लखनऊ से जोड़ेंगे. इन विकास परियोजनाओं के पूरा होने से भाजपा को राज्य विधानसभा चुनावों में विकास को चुनावी मुद्दा बनाने के लिए एक बड़ा बढ़ावा मिलेगा. बीजेपी नेताओं को उम्मीद है कि इन विकास कार्यों से पार्टी को उत्तर प्रदेश चुनाव जीतने में मदद मिलेगी.
HIGHLIGHTS
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 नवंबर को करेंगे उद्घाटन
- पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की लंबाई 340 किलोमीटर लंबा
- एयर शो का भी होगा आयोजन, तैयारियां शुरू