पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व विधायक डॉ. अयूब को धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में गोरखपुर (Gorakhpur) से गिरफ्तार किया गया है. डॉक्टर अयूब की गोरखपुर के बड़हलगंज स्थित आवास गिरफ्तारी हुई. पुलिस की टीम देर रात उन्हें गोरखपुर से लखनऊ लेकर पहुंची. जहां से आज उन्हें जेल भेज दिया जाएगा. उन पर संविधान विरोधी पोस्टर छापने का आरोप लगा है. लखनऊ (Lucknow) के हजरतगंज थाने में पीस पार्टी के अध्यक्ष के खिलाफ शुक्रवार को धार्मिक भावना भड़काने, सेवन सीएलए और आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ था.
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संविधान विरोधी पोस्टर छापने पर बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने डॉक्टर अयूब से माफी मांगने की मांग की है. मायावती ने शनिवार को ट्वीट करके कहा, 'दलित-मुस्लिम एकता का राग अलापने वाले पीस पार्टी के मुखिया डा. अय्यूब द्वारा उर्दू अख़बार के विज्ञापन में बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के बारे में जो बात कही गई है, वह अति-शर्मनाक, दुर्भाग्यपूर्ण व अति-निंदनीय, जिसके लिए इनको माफी मांगनी चाहिए.'
दरअसल, लखनऊ के उर्दू अखबारों में विज्ञापन छपवाए गए थे. आरोप है कि पीस पार्टी के अध्यक्ष की ओर से इन पोस्टरों को छपवाया गया था. जिनमें संविधान विरोधी और मौलानाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई. सोशल मीडिया पर विज्ञापन वायरल होने के बाद लखनऊ पुलिस ने मामले पर संज्ञान लिया था. अधिकारियों के निर्देश पर हजरतगंज थाने में डॉ. अयूब के खिलाफ धार्मिक भावना भड़काने की कोशिश करने, सेवन सीएलए और 66 आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया.
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जिसके बाद लखनऊ पुलिस ने पीस पार्टी के अध्यक्ष की गिरफ्तारी के लिए गोरखपुर में छापेमारी की. यहां बड़हलगंज स्थित उनके आवास से डॉक्टर अयूब को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ के बाद उन्हें लखनऊ लाया गया है. फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है.
Source : News Nation Bureau