देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद रविवार को लखनऊ पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कृष्णा नगर स्थित अपोलो अस्पताल का उद्घाटन किया. इस मौके पर उनके साथ गृहमंत्री राजनाथ सिंह और राज्यपाल रामनाईक भी मौजूद रहे. राष्ट्रपति ने कहा, "पुलवामा में यूपी के कई जवानों ने अपनी शहादत दी है और हमारी संवेदनाएं उनके साथ हैं. मैं राष्ट्र की ओर से उनको नमन करता हूं. 300 से अधिक बिस्तरों वाले अपोलो अस्पताल के शुरू होने से मुझे विश्वास है कम खर्च में लोगों को जीवन रक्षा, इलाज मिलेगा. 1983 में चेन्नई में पहला अपोलो अस्पताल खोला गया था और कुल 71 अस्पताल अपने बेड़े में बहुत कम समय में इन्होंने शामिल किए."
उन्होंने कहा, "पूर्वी उत्तर प्रदेश में इंसेफ्लाइटिस की रोकथाम में एक्शन प्लान 2018 लागू किया गया. वर्ष 2017 के मुकाबले 2018 में 68 प्रतिशत की कमी आई है. यह एक अच्छा प्रयास है, सरकार और डॉक्टर इसके लिए बधाई के पात्र हैं. आप लोग देश की बहुमूल्य सेवा कर रहे हैं. आप न केवल मानव जीवन बल्कि देश का धन भी बचा रहे हैं. देश को विदेशी मुद्रा के साथ सद्भावना भी प्राप्त हो रही है. आप सब इस देश के स्वास्थ्य सेनानी हैं."
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कोविंद ने कहा, "मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उप्र विकास की ओर अग्रसर है. बिजली सड़क शिक्षा सभी क्षेत्रों में यूपी ने प्रगति की है. प्रधानमंत्री भी यहीं से चुने गए और गृहमंत्री तो यहीं का प्रतिनिधित्व करते हैं. देश भर में स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा के इंफ्रास्ट्रक्च र को तेजी से बढ़ाया जा रहा है."
उन्होंने कहा, "पिछले 4 सालों में मेडिकल में 31 हजार सीटें बढ़ाई गई. एमसीआई का नए सिरे से गठन किया गया. इलाज में गरीबों को अपनी जमीन जायदाद तक बेचनी पड़ती थी. इसके लिए ही केन्द्र सरकार ने आयुष्मान भारत की योजना प्रारम्भ की. 12 लाख 28 हजार लोगों का इलाज इस योजना के तहत किया जा चुका है. 2014 में मिशन इंद्रधनुष योजना केंद्र सरकार ने शुरू की थी. जन औषधि योजना केंद्र देश भर में खोले गए हैं."
राष्ट्रपति ने कहा, "डायलेसिस की सेवाएं निशुल्क या कम दरों पर उपलब्ध कराई जा रहीं हैं. 2014 में 38 प्रतिशत से बढ़कर 98 प्रतिशत स्वच्छता का दायरा पहुंच गया हम जहां भी हों स्वच्छता की शुरुआत वहीं से शुरू करें. उप्र ने इस क्षेत्र में अच्छा काम किया है. लोगों को कम दामों में दवाई सुविधा दिलाने को प्रदेश में 417 में 118 सरकारी अस्पतालों में जन औषधि केंद्र खोले गए. 5600 डॉक्टरों को स्वास्थ्य सुविधा से जोड़ा गया."
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, "130 करोड़ के आसपास की जनसंख्या की चिंता करना और उसकी जरूरतें पूरी करना अपने आप में बड़ी चुनौती है प्राइवेट अस्पताल न होते तो हेल्थ केयर की स्थिति कितनी बदतर हो जाती है."
उन्होंने कहा, "हेल्थ केयर आउट आफ पाकेट एक्सपेंसेस में अगर खर्च हो तो मध्यम वर्गीय, गरीब वर्गीय परिवार टूट जाएगा, इसीलिए प्रधानमंत्री ने आयुष्मान भारत योजना शुरू की, विष्व की सबसे बड़ी स्कीम का बड़ी संख्या में लोगों ने लाभ उठाया है. मेडिकल टूरिज्म की दृष्टि से भारत का महत्व बढ़ता जा रहा है विश्व का डेस्टिनेशन इसमें हमारा भारत बन चुका है."
राजनाथ ने कहा, "सैनिटेशन का कार्यक्रम स्वच्छ भारत अभियान धरातल पर अब उसका लाभ दिखने लगा है. अंग्रेजों की हुकूमत में जिस तरह से सत्याग्रह में अंग्रेजों को जाना पड़ा था. स्वच्छाग्रह करेंगे तो स्वच्छ भारत से स्वस्थ समृद्ध और शक्तिशाली भारत हमें मिलेगा."
राज्यपाल रामनाईक ने कहा, "आज देश के राष्ट्रपति, गृहमंत्री और प्रधानमंत्री एक साथ उत्तर प्रदेश में हैं. यह खुशी की बात है. अमेरिका, चीन और इंडोनेशिया ही उत्तर प्रदेश से बड़े हैं. इस अस्पताल का यहां आने के लिए मैं स्वागत करता हूं. यहां संजय गांधी इंस्टीट्यूट है, राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट है और अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर भी विवि बन रहा है. बिहार, झारखण्ड, बंगलादेश नेपाल से लोग आते हैं. यहां मेडिकल लाभ लेने आने वालों के लिए इस अस्पताल का लखनऊ में स्वागत करता हूं."
Source : IANS