एक साथ 25 स्कूलों में पढ़ाने वाली अनामिका शुक्ला निकली प्रिया जाटव, और भी सच आए सामने

एक साथ 25 जिलों में फर्जी तरीके से नौकरी करने वाली अनामिका शुक्ला को लेकर रोज नए खुलासे हो रहे हैं. अनामिका को शनिवार को कासगंज जिले से गिरफ्तार किया गया था.

author-image
Dalchand Kumar
New Update
Teacher Anamika Shukla

टीचर अनामिका शुक्ला निकली प्रिया जाटव, और भी सच आए सामने( Photo Credit : फाइल फोटो)

Advertisment

अनामिका शुक्ला (Anamika Shukla) से लेकर अनामिका सिंह और आखिरकार प्रिया जाटव. एक साथ 25 जिलों में फर्जी तरीके से नौकरी करने वाली अनामिका शुक्ला को लेकर रोज नए खुलासे हो रहे हैं. अनामिका को शनिवार को कासगंज जिले से गिरफ्तार किया गया था, जब वह बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) अंजलि अग्रवाल द्वारा कारण बताओ नोटिस भेजे जाने के बाद अपना इस्तीफा सौंपने गई थीं. अग्रवाल ने पुलिस को सूचित किया और अनामिका को गिरफ्तार कर लिया गया. अब पुलिस को पता चला है कि अनामिका शुक्ला का असली नाम प्रिया जाटव है. यह प्राथमिक विद्यालय की वह शिक्षिका है, जो एक साथ 25 स्कूलों में पढ़ाती हुई पकड़ी गई है और इस काम के लिए वह अपनी अलग-अलग पहचान भी बनाई हुई थी.

यह भी पढ़ें: योगी आदित्यनाथ का कायल हुआ पाकिस्तानी मीडिया, कोरोना संकट के दौरान उठाए कदमों की तारीफ की

कासगंज बीएसए के मुताबिक, मूल रूप से फरुखाबाद के कायमगंज की रहने वाली अनामिका शुक्ला वर्तमान में गोंडा के रघुकुल डिग्री कॉलेज से बीएड कर रही है. उसके अन्य दस्तावेज भी उसी कॉलेज के हैं. पूछताछ के दौरान अनामिका शुक्ला ने कहा कि वह वास्तव में अनामिका सिंह ही है, लेकिन जैसे-जैसे बात और सवाल-जवाब की प्रक्रिया आगे बढ़ती गई, तब पता चला कि वह प्रिया है, जो फरुर्खाबाद से है. उसे आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी और बेईमानी से संपत्ति देने के लिए प्रेरित करना), 467 (मूल्यवान मूल्यवान प्रतिभूति को बनाने या हस्तांतरण की कूटरचना) और 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य के लिए जालसाजी) के तहत हिरासत में लिया गया है.

यह भी पढ़ें: न्यूज़ गजब की जोड़ी : एक-दूजे के हुए 3 फुट के दूल्हा-दुल्हन, अनोखी शादी बनी चर्चा का विषय 

पुलिस के अनुसार, महिला ने दावा किया है कि उसने यह नौकरी पाने के लिए मैनपुरी के एक व्यक्ति को पांच लाख रुपये का भुगतान किया था. उसने नौकरी पाने के लिए अनामिका शुक्ला के पहचान पत्र का इस्तेमाल किया, जबकि उसका असली नाम प्रिया है, जो फरुर्खाबाद जिले में कायमगंज पुलिस सर्कल के लखनपुर गांव के रहने वाले महिपाल की बेटी है. सोरों स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) रिपुदमन सिंह ने कहा, 'पूछताछ के दौरान आरोपी ने शुरूआत में सुभास सिंह की बेटी अनामिका सिंह होने का दावा किया. हालांकि उसके दस्तावेज सुभाष चंद्र शुक्ला की बेटी अनामिका शुक्ला के नाम पर हैं.'

यह भी पढ़ें: केंद्र की असहमति के बीच दिल्ली सरकार स्कूल खोलने के पक्ष में, 5 अगस्त तक CBSE बोर्ड के नतीजे 

आरोपी ने दावा किया है कि उसने नौकरी के लिए मैनपुरी के रहने वाले राज को मोटी रकम का भुगतान किया था और अगस्त 2018 से फरीदपुर कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (केजीबीवी) में कार्यरत थी. पुलिस अब उस आदमी की तलाश कर रही है, जिसने उसे नौकरी दी थी. पुलिस का यह भी मानना है कि यह हो सकता है कि ऐसे और भी कई उम्मीदवार हो, जो अनामिका शुक्ला की पहचान और योग्यता का इस्तेमाल करते हो - हालांकि वास्तविक अनामिका के बारे में अभी तक कुछ पता नहीं चल सका है.

यह भी पढ़ें: दो माह के लॉकडाउन के बाद आज से देशभर में अनलॉक लागू, जानें कैसे बदल जाएगी जिंदगी

उत्तर प्रदेश सरकार के अनुसार, अंबेडकर नगर, बागपत, अलीगढ़, सहारनपुर और प्रयागराज जिलों में पांच और अनामिका शुक्ला को केजीबीवी में काम करते हुए पाया गया है. कथित तौर पर उसने पिछले एक साल में करीब एक करोड़ रुपये का संयुक्त वेतन निकाला है. केजीबीवी में शिक्षक अनुबंध पर नियुक्त किए जाते हैं और उन्हें प्रति माह लगभग 30,000 रुपये का भुगतान किया जाता है. जिले के प्रत्येक ब्लॉक में एक कस्तूरबा गांधी विद्यालय है, जो समाज के कमजोर वर्गों से ताल्लुक रखने वाली लड़कियों के लिए एक आवासीय शिक्षण संस्थान है. 

यह वीडियो देखें: 

Source : News Nation Bureau

Uttar Pradesh Kasganj Kasganj Police Anamika Shukla
Advertisment
Advertisment
Advertisment