कांग्रेस महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने 69000 शिक्षक भर्ती मामले को लेकर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. जिस तरह से शिक्षक भर्ती में गड़बड़ियों का मामले सामने आए हैं उसके बाद प्रियंका गांधी ने कहा कि यूपी में युवाओं का भविष्य रौंदा जा रहा है. उन्होंने रविवार को ट्वीट करके कहा कि कोरोना (Corona Virus) महामारी के दौरान सरकार को नॉन कोविड बीमारियों और अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं को बहुत गंभीरता से लेना होगा. इस संदर्भ में किसी भी चूक के गंभीर परिणाम हो सकते हैं.
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कांग्रेस महासचिव ने शिक्षिका प्रकरण पर कहा है कि यूपी में एक शिक्षिका 13 महीने तक 25 स्कूलों से वेतन लेती रही. न जाने और ऐसे कितने स्कूलों में इस तरह के फर्जीवाड़े से बच्चों की शिक्षा के साथ खिलवाड़ हो रहा होगा. दरअसल ओबीसी वर्ग में अर्चना तिवारी नाम की छात्रा के टॉप करने के बाद अब तीन अभ्यर्थियों के फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है. 69000 सहायक शिक्षक भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा कर पास हुए धर्मेंद्र, विनोद समेत तीन अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया गया है. पूछताछ में पता चला कि धर्मेंद्र को परीक्षा में 150 में से 142 अंक मिले हैं. लेकिन हैरान कर देने वाली तस्वीर तब सामने आई एएसपी अशोक वेंकटेश ने उससे देश के राष्ट्रपति का नाम पूछा और धर्मेंद्र इसका जवाब नहीं दे सका.
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टीईटी में 80 में से 70 अंक
बता दें कि 69000 सहायक शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों ने परिणाम आने के बाद से ही धांधली का आरोप लगाया जा रहा है. फूलपुर, सोरांव, बहरिया आदि क्षेत्रों के अभ्यर्थियों ने सबसे ज्यादा अंक पाए हैं. आरोप था कि लगभग 34 अभ्यर्थियों ने 140 नंबर पाए जबकि टीईटी के दौरान 70 से 80 अंक थे. यह भी कहा गया कि पूर्व जिला पंचायत सदस्य डॉ. कृष्ण लाल पटेल ने अपने करीबियों को फर्जीवाड़ा करके ज्यादा नंबर दिलाए हैं.
Source : News Nation Bureau