काशी के मंदिरों से साईं की प्रतिमा को हटाने विवाद बढ़ता जा रहा है. इस विवाद के बीच वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने मूर्ति हटाने वाले सनातन रक्षक दल के प्रदेश अध्यक्ष अजय शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है पर थाने पर उसके समर्थक पहुंचकर इसका विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है की जिस पुजारी के तहरीर पर मुकदमा लिखा गया है उस पर दबाव डाला गया है.
वाराणसी में साईं प्रतिमा तोड़ने वाले अजय शर्मा को गिरफ्तार किया गया है, दूसरी तरफ जिस पुजारी चैतन्यव्यास हनुमानजी आनंदमई मंदिर द्वारा अजय शर्मा के खिलाफ लिखित तहरीर दी गई है. उसका कहना है की वह अजय शर्मा को नहीं जानता है, मगर कुछ लोग आए थे. वे मंदिर में साईं प्रतिमा को हटाने की बात कर रहे थे और न मानने पर वहां खुद आकर प्रतिमा हटाने की बात कर रहे थे. हम बाबा की सेवा करते हैं इसलिए थाने में तहरीर दी है. खास बात ये की तहरीर मेंं अजय शर्मा और उनके पिता का नाम है. वहीं पुजारी किसी भी नाम को जानने से इनकार कर रहा है.
समर्थक थाने में एकत्र होकर लगातार विरोध कर रहे
अजय शर्मा के समर्थक थाने में एकत्र होकर लगातार विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है की सनातन को बचाने वालों के साथ अत्याचार हो रहा है और जिस पुजारी ने अजय शर्मा के खिलाफ तहरीर दी वो इस नाम से ही अनजान है. ये साजिश हो रही है. उल्लेखनीय है कि सनातन रक्षक दल के कार्यकर्ताओं ने एक अक्टूबर तक वाराणसी शहर के 14 मंदिरों से साईं बाबा की मूर्तियों हटाने का काम किया था. इसे लेकर साईं के भक्तों ने नाराजगी जताई और लामबंद होकर श्री साईं सेवक बनारस दल का गठन किया. सदस्यों ने ये आरोप लगाया कि सनातन रक्षक दल के कार्यकर्ता काशी का माहौल खराब करने में लगे हैं.