यूपीडा मुख्यालय में गुरुवार को यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी की अध्यक्षता में बुंदेलखण्ड एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे व पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्यों की समीक्षा की गई. इस बैठक में अवनीश अवस्थी ने निर्माण कार्य करने वाली कंपनियों को निर्देशित किया कि वे गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य को तेजी से कराएं. इसके साथ ही रेलवे ओवरब्रिज दीर्घ सेतुओं एवं फ्लाई ओवर के निर्माण के लिए आवश्यक सभी कार्यों को तेजी से कराया जाना सुनिश्चित करें.
यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवस्थी ने एक्सप्रेस-वे के लिए भूमि से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या का शीघ्र निवारण करने के निर्देश दिए. इसके अलावा ही उन्होंने यूपीडा द्वारा प्रोजेक्ट मानीटरिंग के लिए संबद्ध की गई कंपनी राइट्स लिमिटेड के प्रतिनिधियों को कार्य की गुणवत्ता पर पूरी तरह से ध्यान रखने के लिए भी निर्देशित किया. उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि कार्य की गुणवत्ता से किसी भी प्रकार का समझौता न किया जाए.
बुंदेलखण्ड एक्सप्रेस-वे परियोजना का क्लीयरिंग एंड ग्रबिंग का कार्य गुरुवार तक 92 प्रतिशत, मिट्टी का कार्य 57 प्रतिशत एवं 819 संरचनाओं के सापेक्ष 239 संरचनाएं पूर्ण कर ली गई हैं. परियोजना की कुल भौतिक प्रगति 20.40 प्रतिशत पूर्ण हो चुकी है. परियोजना में 14 दीर्घ सेतु बनाए जाने हैं. इसमें से 11 का निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया गया है.
आपको बता दें कि परियोजना में 04 आरओबी का निर्माण प्रस्तावित है, जिसके रेलवे विभाग से शीघ्र अनापत्ति प्राप्त कर निर्माण कार्य प्रारंभ कराया जाएगा. अनापत्ति प्राप्त करने की प्रक्रिया को तेजी से कराया जा रहा है. गौरतलब है कि बुंदेलखण्ड एक्सप्रेस-वे झांसी-इलाहाबाद राष्ट्रीय मार्ग सं0-35 भरतकूप के पास जनपद चित्रकूट से प्रारम्भ होकर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर ग्राम कुदरैल के पास जनपद इटावा में समाप्त होगा.
एक्सप्रेस-वे की लंबाई 296.070 किमी होगी. इस परियोजना से प्रदेश के पिछड़े जनपदों चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन एवं इटावा लाभान्वित होंगे एवं बुंदेलखण्ड क्षेत्र का विकास होगा. यह एक्सप्रेसवे 04 लेन चौड़ा (6 लेन में विस्तारणीय) तथा संरचनाएं 06 लेन चैड़ाई की बनाई जाएगी.
इसके अलावा ही अवस्थी ने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे व पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्यों की भी समीक्षा की. इस बैठक में यूपीडा के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ निर्माण कंपनियों के प्रतिनिधि, सभी पीआईयू के अधिकारी, अथॉरिटी इंजीनियर यूपीडा द्वारा मॉनीटरिंग एवं गुणवत्ता नियंत्रण के लिए संबद्ध की गई कंपनी राइट्स लिमिटेड की टीम भी मौजूद थी.
Source : News Nation Bureau