उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ व राज्य के अन्य जिलों में भी पिछले 48 घंटों से हो रही बारिश की वजह से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार, इस सप्ताह के अंत तक अभी बारिश का दौर जारी रहेगा। इस बीच बारिश की वजह से रेल एवं सड़क यातायात पर भी इसका असर पड़ा है। इस बीच पिछले कई दिनों से हो रही बारिश की वजह से पूर्वांचल के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। कई जगहों पर पानी रिहायाशी इलाकों में प्रवेश कर गया है। उप्र मौसम विभाग के निदेशक जे.पी गुप्ता के अनुसार, दिन में रुक-रुककर बारिश होती रहेगी और तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आएगी। इस सप्ताह के अंत तक बारिश का दौर जारी रहेगा। इसके बाद हल्की बारिश होने का अनुमान है।
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मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस जबकि अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। लखनऊ के अतिरिक्त गुरुवार को बनारस का न्यूनतम तापमान 21 डिग्री, कानुपर का 22 डिग्री, इलाहाबाद का 24 डिग्री, गोरखपुर का 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
इस बीच पिछले कई दिनों से लगातार बारिश होने से गंगा और घाघरा का जलस्तर बढ़ाव पर है। आजमगढ़ में आठ घर और 20 बीघे जमीन कटान की वजह से गंगा में समा गई। आजमगढ़ में घाघरा का जलस्तर 70.47 मीटर दर्ज किया गया। पानी 24 घंटे में तीन सेमी बढ़ रहा है। 60 मजरों पर खतरा बना हुआ है। कई संपर्क मागोर्ं पर पानी लग गया है। मऊ में घाघरा खतरे के निशान से 25 सेंटीमीटर नीचे 69.65 मीटर पर बह रही थी। यहां 24 घंटे में पांच सेमी पानी बढ़ रहा है।
चंदौली और मिर्जापुर में गंगा का पानी तीन सेंटीमीटर प्रति घंटे तो भदोही में ढाई घंटे में दो सेंटीमीटर बढ़ रहा है, जबकि गाजीपुर में गंगा का पानी स्थिर है। बलिया में गंगा एक सेमी प्रति घंटे बढ़ रही हैं। वाराणसी में बुधवार की रात से पानी कम होने लगा है। गंगा का जल स्तर 65.83 पर था वह बुधवार को पांच सेमी घटकर 65.78 मीटर पर आ गया।
Source : IANS