कोरोना काल में प्रवासी मजदूरों और छात्रों को लेकर दो राज्य सरकारें आमने-सामने हैं. बीते दिनों कांग्रेस (Congress) द्वारा राजस्थान से यूपी भेजी गई बसों को लेकर सियासी घमासान मचा तो इस बीच अब राजस्थान सरकार ने उत्तर प्रदेश सरकार को 36,36,664 रुपए का बिल भेज दिया है. ये बिल उन छात्रों के नाम से भेजा गया है, जिन्हें राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की बसों द्वारा कोटा (राजस्थान) से उत्तर प्रदेश छोड़ा गया था. पड़ोसी राज्यों के बीच टकराव को बहुजन समाज पार्टी के मुखिया मायावती (Mayawati) ने दुखद बताया है. साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है.
यह भी पढ़ेें: Covid-19: RBI ने ब्याज दरों में 0.40 फीसदी की कटौती का किया ऐलान, लोन लेने वालों के लिए बड़ी राहत
बसपा सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने शुक्रवार को एक के बाद एक तीन ट्वीट किए. उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'राजस्थान की कांग्रेसी सरकार द्वारा कोटा से करीब 12000 युवा-युवतियों को वापस उनके घर भेजने पर हुए खर्च के रूप में यूपी सरकार से 36.36 लाख रुपए और देने की जो माँग की है वह उसकी कंगाली व अमानवीयता को प्रदर्शित करता है। दो पड़ोसी राज्यों के बीच ऐसी घिनौनी राजनीति अति-दुखःद.'
मायावती ने कहा, 'लेकिन कांग्रेसी राजस्थान सरकार एक तरफ कोटा से यूपी के छात्रों को अपनी कुछ बसों से वापस भेजने के लिए मनमाना किराया वसूल रही है तो दूसरी तरफ अब प्रवासी मजदूरों को यूपी में उनके घर भेजने के लिए बसों की बात करके जो राजनीतिक खेल खेल कर रही है यह कितना उचित व कितना मानवीय?'
यह भी पढ़ेें: CM योगी आदित्यनाथ ने अपनी ही दुकानों पर चलवाया बुल्डोजर, 200 से ज्यादा दुकानें जमींदोज
बसपा प्रमुख ने आगे कहा, 'साथ ही, अम्फान तूफान के ताण्डव से खासकर पश्चिम बंगाल में जो व्यापक तबाही व बर्बादी हुई है वह अति-दुःखद. जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित है. ऐसे में खासकर केन्द्र सरकार को आगे बढ़कर हर प्रकार से राज्य को वहां के हालात सामान्य बनाने में मदद करनी चाहिए.'
बता दें कि राजस्थान के कोटा में फंसे हजारों छात्रों को बसों के जरिए उत्तर प्रदेश लाया गया था. अब राजस्थान सरकार ने उत्तर प्रदेश सरकार को 36,36,664 रुपए का बिल भेज दिया है. राजस्थान सरकार ने बिल भेजकर कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार इसका तुरंत भुगतान करे. राजस्थान सरकार की तरफ से भेजे गए बिल में कहा है कि राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम ने कोटा में फंसे उत्तर प्रदेश के छात्रों के लिए 70 बसें उपलब्ध कराई थी. इसकी के लिए 36,36,664 रुपए का खर्चा आया है. हालांकि राजस्थान सरकार की बसें जब छात्रों को लेने कोटा पहुंची थी, तभी डीजल के लिए उत्तर प्रदेश सरकार से 19 लाख रुपए ले लिया था, बावजूद इसके फिर से भारी भरकम बिल भेज दिया है.
यह वीडियो देखें: