उत्तर प्रदेश सरकार ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर (Om prakash rajbhar) को 'वाई' श्रेणी (Y category) की सुरक्षा प्रदान की गई है. सपा सहयोगी राजभर की सत्तारूढ़ पार्टी के साथ बढ़ती नजदीकियों के संदर्भ में देखा जा रहा है. सूत्र बताते हैं कि राष्ट्रपति चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Draupdi murmy) को वोट देने तोहफा के तौर पर देखा जा रहा है. राजभर इन दिनों समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर लगातार तंज कसने के लिए भी सुर्खियों में हैं. राजभर गाजीपुर की जहूराबाद सीट से दूसरी बार विधायक बने हैं.
एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, राज्य सरकार ने हाल ही में राजभर की सुरक्षा को लेकर रिपोर्ट मांगी थी, जिसके बाद एक सुरक्षा समिति ने उनकी सुरक्षा की समीक्षा की और इस संबंध में एक रिपोर्ट भेजी. इसके बाद राज्य सरकार ने विधायक को 'वाई' श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराने के निर्देश दिए. एसपी (गाजीपुर) रोहन पी बोत्रे ने कहा, “एसबीएसपी प्रमुख ओपी राजभर को तीन दिन पहले राज्य सरकार के निर्देश पर ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है.”
यह भी पढ़ें: CWG से पहले स्मृति मंधाना पूरी तरह जोश में, कहा- देश के लिए लाएंगे मेडल
योगी सरकार-1 में मंत्री रहे राजभर को बार-बार राज्य सरकार पर निशाना साधने के लिए मई 2019 में कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया गया था. इसके बाद, उन्होंने रास्ते अलग कर लिए और छोटे राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन किया. बाद में उन्होंने समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया. राजभर ने यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में सपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. आजमगढ़ और रामपुर संसदीय सीटों पर उपचुनाव के बाद राजभर ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को सलाह दी कि सपा को मजबूत करने के लिए एसी कक्ष से बाहर आ जाएं. ''मामले से वाकिफ लोगों ने बताया कि हाल के दिनों में यादव के आलोचक रहे राजभर सपा के साथ गठबंधन में रहने के बावजूद भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से मिलते थे.