समाजवादी पार्टी से निकाले जाने के बाद मुलायम सिंह यादव के भाई रामगोपाल ने अपने और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निष्कासन को असंवैधानिक करार दिया है।
रामगोपाल यादव ने कहा, "बिना दूसरे पक्ष की बात सुने और बिना नोटिस दिए ये कार्रवाई हुई है। ये निष्कासन पूरी तरह से असंवैधानिक है।"
उन्होंने कहा कि अपराधी को भी अपनी बात रखने का मौका दिया जाता है। लेकिन हमें अपनी बात कहने का मौका नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा कि पपार्टी ने उन्हें ददो घंटे पहले ही कारण बताओ नोटिस जारी किया था लेकिन उसका जवाब सुने बगैर ही हमें निष्कासित कर दिया है।
रामगोपाल यादव ने कहा, "नेताजी को पार्टी का संविधान ठीक से मालूम नहीं है।"
उन्होंने आरोप लगाया कि सम्मेलन को बुलाने का काम चुने हुए प्रतिनिधि करते हैं और जिस तरीके से टिकट बांटा जा रहा है वो गलत है और इसी पर चर्चा करने के लिये बैठक बुलाई गई है।
राम गोपाल ने कहा कि नेताजी कहते हैं कि हमारा कोई योगदान नहीं है, लेकिन जब गैर यादव वोट की बात आती है तो मुझे ही याद किया जाता है।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों को टिकट दिया जा रहा है उनकी जमानत जब्त हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि चुनाव में मालूम पड़ेगा कि जनता किसे स्वीकार करती है। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं से आग्रह है कि वो 1 जनवरी को राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय आएं और पार्टी में हो रहे गलत कामों किस तरह से रोका जाए इस पर चर्चा की जाए।
Source : News Nation Bureau