कोरोना वायरस (Corona Virus) फैलने के खतरे को देखते हुए स्कूल-कॉलेज, मॉल जैसे सार्वजनिक जगहों के बाद अब धार्मिक स्थानों पर भी प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं. इसी कड़ी में अयोध्या (Ayodhya) में आयोजित होने वाले रामनवमी मेले पर भी अघोषित रोक लगा दी गई है. इसके अलावा कोरोना वायरस के संक्रमण के बचाव के लिए अयोध्या जिले के सभी मंदिर और धार्मिक स्थलों पर भीड़ के इकट्ठा होना प्रतिबंधित रहेगा. इस संबंध में जिला प्रशासन की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है.
जिला प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी
- अयोध्या में 2 अप्रैल तक बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक.
- बाहर से आ रहे श्रद्धालु और दर्शनार्थियों को अयोध्या जनपद के बॉर्डर पर ही रोक कर वापस भेज दिया जाएगा.
- सरयू नदी में सामूहिक स्नान पर भी प्रतिबंध रहेगा. 2 अप्रैल तक सरयू में सामूहिक स्नान पर भी प्रतिबंध है.
- अयोध्या जनपद के समस्त होटल, धर्मशाला और लॉज में यात्री निवास में 2 अप्रैल तक कोई भी बुकिंग नहीं.
- अयोध्या जनपद के समस्त मंदिर धार्मिक स्थल पर कोरोना वायरस के संक्रमण के बचाव हेतु भीड़ इकट्ठा होना प्रतिबंधित रहेगा.
बता दें कि 2 अप्रैल को ही राम जन्मोत्सव है. इस मौके पर रामनवमी मेला 25 मार्च से शुरू होने वाला था, जो 2 अप्रैल तक चलता. मगर उससे पहले ही रामनवमी मेले में कोरोना वायरस की काली छाया पड़ गई है. इससे पहले अयोध्या में कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर संतों के समूह ने आगामी राम कोट परिक्रमा को स्थगित करने का फैसला किया. उल्लेखनीय है कि राम कोट परिक्रमा धार्मिक उत्सव है जो हर साल राम नवमी के पहले दिन आयोजित किया जाता है और इस साल यह 24 मार्च को होना था. भगवान राम का जन्मोत्सव मनाने के लिए रामनवमी के पहले दिन इस उत्सव के तहत संतों का एक समूह और कुछ नेता रामजन्म भूमि परिसर की परिक्रमा करते हैं. अयोध्या के जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने उत्सव के रद्द होने की सूचना दी.
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