हाथरस में भगदड़ के पीछे 'रंगोली' कनेक्शन, जानें क्यों बुरादे को लेने के लिए टूट पड़े लोग 

यूपी के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई. बताया जा रहा बाबा के चरण की धूल हो पाने के लिए लोग एक दूसरे पर चढ़ गए. 

author-image
Mohit Saxena
New Update
bhole baba

bhole baba( Photo Credit : social media)

Advertisment

यूपी के हाथरस में बीते दिनों सत्संग में मची भगदड़ के पीछे नए-नए खुलासे हो रहे हैं. इस हादसे  में 121 लोगों की मौत हो गई है. मरने वालों में 114 महिलाएं और 7 पुरुष शामिल हैं. भगदड़ मचने की वजह बाबा के चरण धूल है, जिसे हासिल करने के लिए लोग टूट पड़े. बाबा सूरजपाल के चरण की धूल पाने के लिए लोग एक दूसरे पर चढ़ गए. इस हादसे के पीछे रंगोली कनेक्शन भी सामने आया है. सत्संग स्थल पर एक बड़े आकार की रंगोली तैयार की गई थी. इसे भोले बाबा के लिए बनाया गया था. 

इस मामले में पुलिस की खुफिया यूनिट को अहम जानकारी मिली है.  भोले बाबा की रंगोली के बुरादे को लेने के चक्कर में कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. बताया जा रहा रहा कि सत्संग स्थल पर एक बड़ी रंगोली तैयार की गई थी. इस पर से बाबा उर्फ सूरजपाल उर्फ नारायण सरकार को गुजर कर जाना था. जैसे ही बाबा से यहां पर गुजरे, भक्तों का हुजूम उस रंगोली पर टूट पड़ा. दरअसल, बाबा के भक्त उस रंगोली को आशीर्वाद मानकर उसके बुरादे को अपने साथ ले जाने लगे. 

ये भी पढ़ें: 'भोले बाबा' से जुड़ा एक और चौंकाने वाला खुलासा, पेपर लीक माफिया से भी कनेक्शन, हैरान करती है ये जानकारी!

रंगोली ने कई लोगों की जान ली  

एक साथ हजारों की संख्या में फॉलोअर्स उस रंगोली के बुरादे को लेने के लिए दंडवत हो गए. सब एक-दूसरे पर टूटे. लोग इस तरह से गिरे कि संभल नहीं सके. देखते ही देखते सब एक दूसरे पर लद गए. लोग के बीच भगदड़ मच गई. एक दूसरे पर लोग लदने लगे. हर कोई एक-दूसरे पर गिरता चला गया और कुछ ही देर में लाशों का अंबार बिछ गया. सभी भक्त इस बुरादे को अपने घर ले जाने की कोशिश कर रहे थे. इस रंगोली को तैयार करने में सवा दो टन बुरादे का उपयोग किया गया था. 

क्यों रंगोली के बुरादे को उठाते थे लोग 

ऐसा पहली बार नहीं है कि यह रंगोली तैयार की गई. हर सत्संग कार्यक्रम में नारायण साकार उर्फ भोले बाबा के रास्ते में करीब 200 मीटर की रंगोली बनाई जाती. यह रंगोली सत्संग के बाद नारायण साकार उर्फ भोले बाबा के जाने का रास्ता होता है. बाबा के भक्तों का कहना है कि ऐसी मान्यता है कि जब वह इस रंगोली से चलकर वे निकलते हैं तो ये काफी पुण्य हो जाती है. इसे लोग दंडवत कर प्रणाम करते हैं. इसका थोड़ा हिस्सा अपने घर ले जाते हैं. ऐसा कहा जाता है कि इस बुरादे से घर में बीमारी दूर होती हैं. इसके साथ भूत प्रेत का डर नहीं सताता है. 

Source : News Nation Bureau

newsnation Bhole Baba Hathras stampede Hathras Stampede News hathras satsang stampede hathras stampede killed 121 Bhole baba News UP Police narayan sakar hari
Advertisment
Advertisment
Advertisment