बांदा जेल बंद माफिया मुख्तार अंसारी से पुलिस ने लगभग डेढ़ घंटे तक पूछताछ की, जिसके बाद पुलिस ने मुख्तार अंसारी का बयान दर्ज किया. पुलिस ने घटना से जुड़े हर पहलुओं पर मुख्तार अंसारी से बारीकी से पूछताछ की. इस पूछताछ में मुख्तार अंसारी ने पुलिस से खुद को बेगुनाह बताया. माफिया मुख्तार अंसारी ने बताया कि वो पूरी तरह से निर्दोष हैं और उसे बेवजह साजिशन फंसाया जा रहा है. वहीं अब उत्तर प्रदेश की पुलिस मुख्तार का बयान दर्ज करने के बाद उस पर गैंगस्टर का चार्ज दाखिल करेगी. चार्जशीट दाखिल होने के बाद माफिया मुख्तार की मुश्किलें और भी ज्यादा बढ़ जाएंगी.
साल 2014 में मुख्तार के गुर्गों ने वर्चस्व स्थापित करने के लिए फायरिंग की थी. उसी समय मुख्तार के गुर्गों की तरफ से की गई फायरिंग में एक मजदूर की जान चली गई है थी, जिसके बाद इस मामले में आजमगढ़ के तरवां थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी. साल 2020 में मुख्तार अंसारी को 120बी का आरोपी बनाते हुए गैंगस्टर के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था. इस मुकदमे में माफिया मुख्तार अंसारी को भी आरोपी बनाया गया था. मुख्तार अंसारी के पंजाब की रोपड़ जेल में होने के चलते बयान दर्ज नहीं हो पा रहा था जिसकी वजह से ये मुकदमा पेंडिंग था. बयान दर्ज होने के बाद अब ये माना जा रहा है की यूपी पुलिस जल्द ही इस मुकदमे में चार्जशीट गैंगस्टर कोर्ट में दाखिल करेगी. चार्जशीट दाखिल होने के बाद बढ़ेंगी माफिया मुख्तार की दिक्कतें.
पंजाब पुलिस ने 9 से अधिक गंभीर बीमारियां बताई थीं
पंजाब मेडिकल बोर्ड की मेडिकल रिपोर्ट में मुख्तार अंसारी को 9 से अधिक गंभीर बीमारियों से ग्रसित बताया गया था. यूपी पुलिस ने जब पंजाब पुलिस से उसकी कस्टडी सौंपने की मांग की थी. तो पंजाब पुलिस इसी रिपोर्ट के अनुसार इंकार कर देती थी. पंजाब पुलिस के अनुसार मुख्तार काफी बीमार था और उसकी हालात 15 घंटे का सफर करने लायक नहीं थी. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पंजाब पुलिस ने मुख्तार को यूपी पुलिस के हवाले किया था. यूपी पुलिस पूरी सावधानी के साथ उसे लेने गई थी. उसे पंजाब की रोपड़ जेल से बांदा जेल तक एक एंबुलेंस में लाया गया था.
यूपी सरकार की मेडिकल रिपोर्ट में मुख्तार स्वस्थ्य निकला
बांदा जेल में पहुंचने के बाद मुख्तार का फिर से मेडिकल चेकअप हुआ. इस मेडिकल चेकअप की रिपोर्ट भी अब आ चुकी है. मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार मुख्तार बिल्कुल स्वस्थ्य है. रोपड़ से बांदा जेल तक लगभग 15 घंटे के सफर के बाद हुए अंसारी के चिकित्सकीय परीक्षण में उसे किसी भी प्रकार की कोई गंभीर बीमारी नहीं होने की पुष्टि हुई है. यूपी में हुए चिकित्सकीय परीक्षण की रिपोर्ट में मुख्तार को पूरी तरह से फिट बताया गया है. रोपड़ जेल के अधिकारी अब इस मामले में कुछ भी कहने से बच रहे हैं. जेल अधिकारियों के मुताबिक मुख्तार का चिकित्सकीय परीक्षण नियम के अनुसार कराया गया था. यह एक सतत प्रक्रिया के तहत किया गया. मेडिकल बोर्ड की नीयत पर सवाल उठाना उचित नहीं है.
Source : News Nation Bureau