उत्तर प्रदेश में विधान सभा का तीन चरणों का चुनाव संपन्न हो चुके हैं, चौथे चरण का चुनाव बुधवार को है. लेकिन टिकट से वंचित भाजपा नेताओं की नाराजगी कम होने का नाम नहीं ले रही है. चुनावी घमासान के बीच उत्तर प्रदेश के लखनऊ से बड़ी खबर आयी है. मंगलवार को भाजपा सांसद रीता बहुगुणा जोशी के बेटे मयंक जोशी ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव यादव से मुलाकात कर राजनीतिक सनसनी फैला दी है. मयंक लखनऊ कैंट सीट भाजपा का टिकट चाहते थे. टिकट नहीं मिलने के बाद से ही मयंक जोशी भाजपा से नाराज चल रहे हैं. रीता बहुगुणा जोशी की गुहार के बाद भी भाजपा ने मयंक जोशी को लखनऊ कैंट टिकट नहीं दिया था.
हालांकि, अभी सपा में शामिल होने का आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है. लेकिन सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उनकी फोटो शेयर की है और शिष्टाचार मुलाकात की बात की है. लखनऊ की नौ विधानसभा सीटों में से आठ पर भाजपा ने पिछले चुनाव में जीत दर्ज की थी.
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लखनऊ में कल होने वाली वोटिंग से पहले मयंक जोशी का अखिलेश यादव से मिलना बड़ी सियासी हलचल के संकेत हैं. मयंक जोशी को लेकर काफी समय पहले से खबर थी कि वह सपा में शामिल होंगे. उत्तर प्रदेश की हाई-प्रोफाइल लखनऊ कैंट सीट से भाजपा ने राज्य मंत्री बृजेश पाठक को उम्मीदवार बनाया है. इस सीट से अपर्णा यादव और मयंक जोशी दोनों टिकट पाने की उम्मीद कर रहे थे.
यह पार्टी के लिए सुरक्षित सीट मानी जाती है. लखनऊ कैंट सीट से सांसद रीता बहुगुणा जोशी अपने बेटे के लिए टिकट मांग रही थीं. भाजपा सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने यह तक कहा था , ‘वह (बेटा मयंक जोशी) 2009 से काम कर रहे हैं और उन्होंने इसके लिए (लखनऊ कैंट से टिकट) आवेदन किया है. लेकिन अगर पार्टी ने प्रति परिवार केवल 1 व्यक्ति को टिकट देने का फैसला किया है, तो मयंक को टिकट मिलने पर मैं अपनी वर्तमान लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दूंगी.’