उत्तर प्रदेश में SP-BSP गठबंधन के बाद RLD भी इसमें शामिल होगी. अखिलेश यादव और जयंत चौधरी के बीच आखिरी दौर की बातचीत सकारात्मक रही. सीटों के बंटवारे पर सपा और आरएलडी में सहमति बन गई है. सूत्रों के अनुसार RLD ने 6 सीट की मांग की थी लेकिन अखिलेश ने 4 पर हामी भरी है.सूत्रों के अनुसार वह पहले बसपा सुप्रीमों मायावती से बात करेंगे इसके बाद बागपत (Baghpat) मुजफ्फरनगर ( mujaffarnagar), मथुरा (mathura) और हाथरस (hathras) की सीट RLD को दी जा सकती है. लेकिन मथुरा की सीट पर अपना प्रत्याशी उतारेगी और सिंबल RLD का होगा. अजीत सिंह अपने पारंपरिक सीट से बेटे जयंत को और खुद मुजफ्फरनगर से लड़ सकते हैं.
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बता दें 80 सीटों का जो बंटवारा एसपी और बीएसपी में अभी हुआ है उसमें पेच पड़ सकता था. अभी एसपी और बीएसपी 38-38 सीटों पर लडेंगे. रायबरेली-अमेठी की 2 सीटें राहुल-सोनिया के लिए छोड़ दी गई हैं. 2 सीटें कुछ और सहयोगियों के लिए. कांग्रेस गठबंधन में आती तो कम से कम 25 सीटें मांगती. जबकि एसपी-बीएसपी उसे सिर्फ 5 से 10 सीटें देने के ही मूड में थे.
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2009 के लोकसभा चुनाव के मुकाबले 2014 के चुनावों में बीएसपी को डेढ़ फीसदी वोट ज्यादा मिले. 2014 के लोकसभा चुनाव में एसपी को भी करीब साढ़े 22 फीसदी वोट मिले. . इन दोनों वोटबैंक का जोड़ होता है साढ़े 44 फीसदी. जबकि 80 में से 71 सीट जीतने वाली बीजेपी को लोकसभा चुनाव में यूपी में 42 फीसदी से कुछ ज्यादा वोट मिले. यानी एसपी और बीएसपी के वोट करीब 2 फीसदी ज्यादा हैं. ये 2 फीसदी वोट यूपी की 80 सीटों पर बड़ा उलटफेर कर सकते हैं.
Source : News Nation Bureau