राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी पर हाथरस में हुए लाठीचार्ज और किसान बिल के विरोध में सोमवार को मथुरा के बालाजी पुरम में किसान बचाओ, लोकतंत्र बचाओ महापंचायत का आयोजन किया गया. पंचायत में जयंत चौधरी के साथ समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव, पंजाब के अकाली दल के पूर्व सांसद जगमीत सिंह बरार, इंडियन नेशनल लोक दल के नेता अभय सिंह चौटाला, समेत कई दिग्गज नेता मौजूद रहे.
यह भी पढ़ें: बिहार में पप्पू यादव के साथ गठबंधन कर सकती है शिवसेना, जल्द पटना जाएंगे संजय राउत
जयंत चौधरी को नेताओं ने सौंपी लाठी
हाथरस में गैंगरेप पीड़िता के परिजनों से मिलने पहुंचे जयंत चौधरी और पार्टी कार्यकर्ताओं पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने निर्ममता पूर्वक लाठीचार्ज किया था. इसमें आरएलडी के कई कार्यकर्ता घायल भी हो गए थे. हाथरस में जयंत चौधरी पर पुलिसिया लाठीचार्ज और किसान बिल को लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान और जाट समुदाय बहुत नाराज है. इस महापंचायत में रालोद के अलावा इनेलो, अकाली दल और समाजवादी पार्टी के नेता समेत कई दिग्गज हस्तियों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया. मंच पर पहुंचते ही जयंत चौधरी को स्थानीय नेताओं ने लाठी सौंपी, जो किसान की मजबूती और अन्याय पर न्याय की जीत का प्रतीक है.
यह भी पढ़ेंः FASTag फटने या चोरी होने पर अब नहीं होगी समस्या, पढ़ें पूरी खबर
'किसानों के लिए आखिरी सांस तक लड़ूंगा'
जयंत चौधरी ने किसानों से कहा कि मैं आपके हक और मान सम्मान के लिए हमेशा लड़ता रहूंगा. इसके लिए हम सबको एक होकर चलना होगा, पुलिस नें हम पर लाठी चलाई, अब किसान अपनी लाठी से लड़ाई लड़ेगा, हम चौधरी चरण सिंह की विचारधारा पर चलने वाले लोग किसानों का हक लेना जानते हैं और किसान अब जाग चुका है, एकजुट है. पानी सिर के ऊपर निकल गया है, अब किसानों को सरकार के खिलाफ लाठी उठाने को मजबूर होना पड़ रहा है. किसानों के लिए हमारा संघर्ष अंतिम सांस तक जारी रहेगा.
यह भी पढ़ें: अधीर रंजन की अगुवाई में PAC को लेह दौरे की अनुमति, सैनिकों से मिल लेंगे हालात की जानकारी
'दबे-कुचले के साथ अन्याय नहीं होने देंगे'
मथुरा में हुए महापंचायत में हाथरस दौरे को लेकर जयंत चौधरी ने कहा था कि मैं हाथरस इसलिए गया, क्योंकि चौधरी चरण सिंह ने सिखाया कि कभी दबे-कुचले के साथ अन्याय नहीं होने देंगे. गरीब परिवार पर हुए भिवत्स अत्याचार को अंतरराष्ट्रीय साजिश बता कर मुद्दे से भटकाया जा रहा है. माता पिता की अनुमति के बिना ही रात में शव को जला दिया जाता है, ये कैसा न्याय है. लाठीचार्ज के खिलाफ जनाक्रोश इतना अधिक था कि दोपहर करीब दो बजे तक ही महापंचायत में 10 हजार से अधिक लोगों की भीड़ जुट गई. इस दौरान रालोद के जयंत चौधरी, इनेलो के अभय चौटाला, अकाली दल के जगजीत सिंह भराल और समाजवादी पार्टी के धर्मेंद्र यादव महापंचायत में शामिल हुए.
Source : News Nation Bureau