विजयदशमी के दिन गोरक्षपीठ से हर साल की तरह इस साल भी पीठ के पीठाधीश्वर की शाही सवारी निकलेगी. चार अक्टूबर यानी मंगलवार की शाम चार बजे से यह शाही सवारी गोरक्षपीठ से मानसरोवर मंदिर जाएगी. जहां पर पीठाधीश्वर भगवान शिव की पूजा करेंगे और वहां से निकलकर शाही सवारी रामलीला मैदान जाएगी. जहां पर राघव और शक्ति का मिलन होगा. यहां पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ श्रीराम, मां सीता, लक्ष्मण जी और हनुमान जी का तिलक पूजन करेंगे और एक जनसभा को संबोधित करेंगे.
हर वर्ष की तरह ही इस साल भी पीठ से इस परंपरा का पालन पीठाधीश्वर के रूप में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे. गोरक्षपीठ से लेकर मानसरोवर मंदिर और फिर रामलीला मैदान तक सुरक्षा व्यवस्था में कहीं पर कोई दिक्कत ना हो, इसको लेकर आज से ही पीठ में सुरक्षा व्यवस्था का रिहर्सल शुरू कर दिया गया है. ड्रोन के जरिए इस पूरे रास्ते की निगरानी की जा रही है. इस शाही सवारी के रास्ते में पड़ने वाले सभी घरों की छतों पर ड्रोन के जरिए नजर रखी जा रही है.
इस साल अप्रैल के महीने में गोरक्षपीठ पर हुए आतंकी हमले के बाद से सुरक्षा व्यवस्था पहले काफी बढ़ा दी गई है और इस शाही सवारी में आम जनता के जुड़ाव को देखते हुए पुलिस प्रशासन किसी तरह का कोई रिस्क नहीं लेना चाहता है. इस पूरे रास्ते में सैकड़ों की संख्या में पुलिस विभाग के अधिकारी और सिपाही तैनात होंगे. सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए इस पूरे रास्ते पर पीएसी और आरएएफ की भी तैनाती की जाती है. साथ ही एटीएस की पैनी निगाह भी पूरे रास्ते मुख्यमंत्री के इस शाही सवारी पर बनी रहती है. विजयदशमी को निकलने वाले शाही सवारी की सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी में जुटे.
Source : Deepak Shrivastava