Firozabad Ruckus: उत्तरप्रदेश के फिरोजाबाद की जेल में बंदी की मौत के मामले में आज बवाल हो गया. दरअसल, शुक्रवार देर शाम पोस्टमार्टम के बाद मृतक के परिजन शव को हिमांयुपुर चौराहे पर रखकर प्रदर्शन कर रहे थे. वे मौत की जांच की मांग कर रहे थे. प्रदर्शन के कारण भीषण जाम लग गया. पुलिस वहां जाम खुलवाने पहुंची तो परिजन गुस्सा गए. उन्होंने पुलिस पर पत्थरबाजी कर दी. पथराव के कारण इलाके में हड़कंप मच गया. गोलीबारी भी हुई. हालात बिगड़ता देख जान बचाने के लिए पुलिस जवान घटनास्थल से भाग निकले. जवानों के साथ-साथ सीओ और सीटी मजिस्ट्रेट को भी जान बचाने के लिए भागना पड़ा. इन सबमें पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए.
ये भी पढ़ें: Pune Porsche Crash: नाबालिग आरोपी के पिता को सेशन कोर्ट से मिली बेल, हादसे में दो इजीनियरों की हुई थी मौत
यह है पूरा मामला
दरअसल, दक्षिण थाना पुलिस ने 17 जून को आकाश नाम के युवक को चोरी की बाइकों की कटाई के मामले में हिरासत में लिया था. दो दिन बाद 19 जून को पुलिस ने उसे जेल भेज दिया. आज उसकी मौत की खबर प्रशासन ने परिजनों को दी. परिजन इसी बात से आक्रोशित थे. पोस्टमॉर्टम हाउस पर परिजनों के साथ-साथ राजनीतिक दलों और भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया. पुलिस प्रशासन और जेल प्रसासन के खिलाफ उन्होंने जमकर नारेबाजी की.
मौत की न्यायिक जांच की मांग
मृतक के भाई सन्नी ने आरोप लगाया कि मेरे भाई की मौत पुलिस की पिटाई के कारण हुई है. हम मामले की न्यायिक जांच चाहते हैं. चौराहे पर परिजनों सहित अन्य लोग नारेबाजी करते हुए जांच की मांग कर रहे थे. पुलिस परिजनों को जांच का भरोसा दिला रही थी. पुलिस जाम खुलवाने का प्रयास कर रही थी. तभी गुस्साई भीड़ ने उनपर पथराव कर दिया. इससे घटनास्थल पर भगदड़ मच गई.
एसपी-एसएसपी को मौके पर पहुंचना पड़ा
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, करीब 20 मिनट तक जमकर पत्थरबाजी हुई. सीओ सिटी हिमांशु गौरव और सिटी मजिस्ट्रेट राजेंद्र कुमार अपनी जान बचाने के लिए वहां से भाग गए. पथराव में पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए. 25 मिनट बाद एसपी सिटी सर्वेश कुमार मिश्र दलबल के साथ मौके पर पहुंचे. एसएसपी सौरभ दीक्षित भी थोड़ी देर में वहां आ गए. इसके बाद पुलिस ने पथराव कर रहे लोगों पर जमकर लाठियां बरसाई. पुलिस ने पथराव करने वाले चार लोगों को हिरासत में भी लिया है.
Source : News Nation Bureau