27 दिसम्बर 2021 को सहारनपुर जिला कारागार में धारा 307 , 147, 148 के मामले में विचारधीन जाकिर बंदी की चेस्ट पेन व अन्य बीमारी के चलते पिलखनी मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गयी थी। जेल प्रसाशन ने जाकिर के शव का पोस्टमार्टम करवा उसके विसरा को जांच के लिए ग़ाज़ियाबाद प्रयोगशाला में भेज दिया था । जाकिर की विसरा रिपोर्ट में उसके अंदर इथाइल व मिथाइल एल्कोहल के विष पाए गए थे । जाकिर की विसरा रिपोर्ट में अल्कोहॉल आने की ये रिपोर्ट वायरल हुई तो यह कहा जाने लगा की जेल में ही शराब पीकर जाकिर की मौत हुई है इस खबर और विसरा रिपोर्ट आने के बाद जेल प्रसाशन में हड़कंप मच गया साथ ही जेल में शराब बेचे जाने की भी बाते सामने आनी शुरू हो गयी जिसके बाद सहारनपुर की वरिष्ठ जेल अधीक्षक अमिता दुबे ने इस पूरे मामले पर जेल प्रसाशन का पक्ष रखते हुए एक लिखित बयान जारी करते हुए विसरा रिपोर्ट पर सवाल खड़े कर दिए ।
बयान में लिखा गया है की जाकिर की विसरा रिपोर्ट में अल्कोहल के ट्रेसीस पाए गए लेकिन अल्कोहल की मात्रा कितनी है यह नही बताया गया साथ ही रिपोर्ट बनाने वाले डॉ भी अस्थि रोग विशेषज्ञ है उनकी तरह से कोई त्रुटि होने की संभावना है हो सकता है की जाकिर किसी तरह की होम्योपैथी की दवाई लेता हो जिसके कारण अल्कोहल के ट्रेसीस पाए गए हो लेकिन फिर भी जेल प्रसाशन इस मामले की पुनः जाँच करवाएगा
Source : Vikas Kapil