इटावा के सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में महिला डॉक्टर वंदना शुक्ला के अपने आवास पर फांसी लगाकर जान देने के कारणों का पता नहीं चल सका है. रात को ही आला अधिकारी मौके पर पहुंचे. उन्होंने शव को अपने कब्जे में लिया. शव को पोस्टमार्टम के लिए इटावा मुख्यालय भेज दिया गया. मृतका के पिता गाज़ियाबाद में बीजेपी के बड़े नेता बताये जा रहे हैं. पॉलिटिकल बैकग्राउंड के चलते वंदना अपने साथियों से भी कम बात करती थी. परिजन पोस्टमार्टम के बाद शव लेकर गाज़ियाबाद के लिए रवाना हो गए है.
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इटावा सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में महिला डॉक्टर वंदना शुक्ला ने हॉस्पिटल से काम करने के बाद अपने आवास पर जाकर फांसी लगाकर जान दे दी। जूनियर डॉक्टर वंदना शुक्ला की आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका. बताया जा रहा है कि घटना की जानकारी होते ही रात को ही आलाधिकारी मौके पर पहुंचे. तत्काल सूचना वंदना के परिजनों को दी गई.
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सैफई विश्वविद्यालय में टाईप 2A ब्लॉक न्यू कैंपस के फ्लैट नम्बर 3 में रहने वाली पीजी-2 पैथोलॉजी की डॉक्टर वंदना शुक्ला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इससे पूर्व पहले पीजी द्वितीय सर्जरी विभाग की डॉक्टर शैलजा सचदेवा ने भी आत्महत्या का प्रयास किया था. जिन्हें इलाज के दौरान बचा लिया था.
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सबसे बड़ा सवाल यह कि आखिर सैफई विश्वविद्यालय के डॉक्टर क्यों आत्महत्या जैसे कदम उठाने को मजबूर हो रहे हैं. इस घटनाक्रम के बारे में एसपी ग्रामीण ने जानकारी देते हुए कहा कि पूरे प्रकरण की जांच पुलिस कर रही है. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट और फोरेंसिक की रिपोर्ट आने के बाद ही कोई जानकारी दी जा सकेगी. कई छात्रों का कहना है कि सैफई आयुर्विज्ञान संस्थान में कोई भी काउंसलिंग सेंटर नहीं है. न ही संस्थान में कोई कैफेटेरिया है. जिससे छात्र-छात्राएं अपने मानसिक दबाव को नहीं झेल पा रहे हैं.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो