कोरोना वायरस के मद्देनजर देशव्यापी लॉकडाउन के बीच जिले के रामगांव थाना क्षेत्र में बिना इजाजत गोश्त की बिक्री कर रहे लोगों को रोकने पर बदमाशों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया और चौकी प्रभारी से उसकी सरकारी रिवॉल्वर छीनने की कोशिश की. पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस अधीक्षक विपिन मिश्र ने रविवार को बताया कि रामगांव थाना क्षेत्र के गंभीरवा चौकी क्षेत्र में भगवानपुर माफी गांव में बाहर से आए एक व्यक्ति को खांसी बुखार के लक्षण मिलने पर चौकी प्रभारी दारोगा गौरव सिंह मेडिकल टीम के साथ एक सिपाही को लेकर शनिवार को उसे पृथक-वास भेजने के लिये गए थे.
यह भी पढ़ेंः दिल्ली वालों के राहत भरी खबर, CM केजरीवाल बोले लॉकडाउन में दी जाएगी ढील
उन्होंने कहा कि बीमार के घर के नजदीक उन्हें अब्दुल कलाम नाम का व्यक्ति अपने परिवार के साथ सामाजिक दूरी के नियमों का पालन किए बगैर भीड़ लगाकर गोश्त बेचता दिखा तो उन्होंने भीड़ को तितर बितर कर दिया. मिश्र ने बताया कि अपने ग्राहकों को तितर-बितर किए जाने से नाराज कलाम ने अपने दो भाइयों समेत परिवार के छह सदस्यों के साथ मिलकर पुलिस बल पर हमला कर दिया. हमलावरों में परिवार की तीन महिलाएं भी शामिल थीं. उन लोगों ने पुलिस चौकी प्रभारी सिंह की सरकारी रिवाल्वर छीनने का प्रयास भी किया. छीनाझपटी के दौरान सिंह को हाथ में चोट आई है.
यह भी पढ़ेंः 24 घंटे में सिर्फ 6 फीसद बढ़े मरीज, धीमे होने लगी कोरोना की रफ्तार
उन्होंने बताया कि बाद में थानाध्यक्ष ने अतिरिक्त पुलिस बल के साथ पहुंच कर अब्दुल कलाम को गिरफ्तार कर लिया. अन्य आरोपी हमलावर मौका देखकर भाग गए. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दारोगा गौरव सिंह की तहरीर पर तीन महिलाओं सहित छह लोगों के खिलाफ बलवा, जानलेवा हमला, लूट का प्रयास, सरकारी काम में बाधा डालना, बंद का उल्लंघन और महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है. मामले के अन्य अभियुक्तों की तलाश जारी है.
Source : Bhasha