बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने समाजवादी पार्टी पर जोरदार हमला बोला है. मायावती ने कहा है कि समाजवादी पार्टी खुद को अंबेडकरवादी होने का दिखावा कर रही है, जबकि उसका पूरा इतिहास ही डॉ अंबेडकर के सिद्धांतों के विरुद्ध रहा है. वो हमेशा से बहुजन विरोधी पार्टी रही है. बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकारों ने बहुजन नेताओं, दलित नेताओं के नाम पर रखे स्कूलों, अस्पतालों के नाम तक द्वेष के चलते बदले. जो उसकी मानसिकता को दिखाता है.
सपा का तो पूरा इतिहास ही डॉ. अम्बेडकर व बहुजन विरोधी
समाजवादी पार्टी द्वारा अपने चाल, चरित्र, चेहरा को 'अम्बेडकरवादी' दिखाने का प्रयास वैसा ही ढोंग, नाटक व छलावा है जैसा कि वोटों के स्वार्थ की ख़ातिर अन्य पार्टियां भी अक्सर यहां ऐसा करती रहती हैं. इनका दलित व पिछड़ा वर्ग प्रेम मुंह में राम-बग़ल में छुरी को ही चरितार्थ करता है. बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा, 'वास्तव में परमपूज्य डॉ. भीमराव अम्बेडकर के संवैधानिक व मानवतावादी आदर्शों को पूरा करके देश के करोड़ों गरीबों, दलितों, पिछड़ों, उपेक्षितों आदि का हित, कल्याण व उत्थान करने वाली कोई भी पार्टी व सरकार नहीं है और सपा का तो पूरा इतिहास ही डॉ. अम्बेडकर व बहुजन विरोधी रहा है.'
अपनी तीसरे ट्वीट में उन्होनें लिखा, 'सपा शासनकाल में बाबा साहेब डा अम्बेडकर के अनुयाइयों की घोर उपेक्षा हुई व उनपर अन्याय-अत्याचार होते रहे. महापुरुषों की स्मृति में बीएसपी सरकार द्वारा स्थापित नए जिले, विश्वविद्यालय, भव्य पार्क आदि के नाम भी जातिवादी द्वेष के कारण बदल दिए गए. क्या यही है सपा का डॉ अम्बेडकर प्रेम?'
HIGHLIGHTS
- बीएसपी सुप्रीमो का सपा पर जोरदार हमला
- सपा को बताया ऐतिहासिक रूप से दलित विरोधी पार्टी
- जातिवादी द्वेष के साथ काम करते हैं सपाई