उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने पार्टी के फैसले की खिलाफत करने के आरोप में संजय दीक्षित को पार्टी से छह साल के लिए बाहर का रास्ता दिखा दिया है। दीक्षित ने नसीमुद्दीन सिद्दीकी का कांग्रेस में शामिल होने को लेकर विरोध दर्ज किया था।
कांग्रेस ने नोट जारी कर संजय दीक्षित को पार्टी से निकाले जाने की जानकारी दी। पार्टी ने उन्हें अनुशासनहीनता के आरोप में छह साल के लिए पार्टी से बाहर कर दिया।
दीक्षित के विरोध के बाद पार्टी ने नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। जिसके जवाब में भी दीक्षित अपने रुख पर कायम थे। उन्होंने कहा था कि मुझे नसीमुद्दीन के कांग्रेस ज्वाइन करने से आपत्ति है।
दीक्षित ने यह भी कहा था कि वह कांग्रेस की विचारधारा और नीतियों में फिट नहीं बैठते हैं। मुझे उनके साथ आए अन्य नेताओं से दिक्कत नहीं है, लेकिन उनके (नसीमुद्दीन) कांग्रेस में शामिल होने से पार्टी का पक्ष कमजोर होगा।
दीक्षित ने सिद्दीकी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे होने की बात कही थी और कहा था कि उनके शामिल होने से बीजेपी को कांग्रेस के खिलाफ एक और हथियार मिल जाएगा।
इतना ही नहीं दीक्षित ने कहा था कि हो सकता है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को नसीमुद्दीन के बारे में पूरी जानकारी न दी गई हो नहीं तो वो कभी भी उन्हें पार्टी में शामिल न करते।
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Source : News Nation Bureau