कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन से दहशत फैली हुई है. कोरोना के नए स्ट्रेन ने लोगों की चिंताओं को बढ़ा दिया है. इस बीच उत्तर प्रदेश से एक डराने वाली खबर सामने आई है. सरकार और प्रशासन के लिए उन लोगों को ढूंढना चुनौती बन गया है, जो हाल ही में ब्रिटेन की यात्रा करके लौटे हैं. हाल ही में ब्रिटेन की यात्रा करके उत्तर प्रदेश लौटे 570 लोगों का पता नहीं चल पा रहा है. 9 दिसंबर के बाद ब्रिटेन से लौटे इनमें से ज्यादातर लोगों के फोन स्विच ऑफ या नॉट रिचबल आ रहे हैं.
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माना जा रहा है कि ये लोग खुद को छिपा रहे हैं. कोरोना की गंभीर बीमारी को लेकर इन लोगों की लापरवाही अन्य लोगों के लिए मुसीबत बन सकती है. इनमें से कोई से कोई नए स्ट्रेन से संक्रमित हो सकता है और संक्रमण अन्य लोगों में फैला सकता है. जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग भी डरा हुआ है. इनका पता लगाने के लिए प्रशासन जद्दोजहद कर रहा है. भले ही वायरस के स्ट्रेन की पहचान होना बाकी है, लेकिन राज्य सरकार कोई चांस नहीं लेना चाहती है.
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बता दें कि पिछले दिनों ब्रिटेन से वापस उत्तर प्रदेश आए 609 लोगों में से 8 का कोविड-19 परीक्षण पॉजिटिव पाया गया था. उधर, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के अंदर कैंटेनमेंट जोन में फिर से बैरिकेडिंग लगाई जाएगी. लखनऊ में इस वक्त 200 कैंटेन्मेंट जोन हैं. कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर रोकने के लिए बैरिकेडिंग की जाएगी. अधिकारियों ने कोरोना संक्रमण के लिहाज से अगले 15 दिन को अहम बताया है.
Source : News Nation Bureau