उत्तर प्रदेश में शीर्ष प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने लगे हैं. जिलाधिकारी रूपेश कुमार के साथ दो एसडीएम पर गंभीर आरोप लगाकर एक अतिरिक्त एसडीएम अपनी पत्नी के साथ डीएम के सरकारी बंगले में धरने पर बैठ गए. जिसके बाद आला अफसरों के होश उड़ गए.
खबर सुनते ही प्रशासनिक अधिकारियों का वहां जमावड़ा लग गया. सीओ समेत कई थानों की फोर्स बंगले में पहुंच गए. पांच घंटे बाद एसडीएम को एडीएम एलआर की गाड़ी से भारी पुलिस बल रवाना हुए.
दरअसल, जिलाधिकारी एडीएम और एसडीएम सदर पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर एक्स्ट्रा मजिस्ट्रेट विपिन उपाध्याय शुक्रवार को 12 बजे डीएम के बंगले में कैंप कार्यालय स्थिति डीएम चेंबर पर जमीन पर धरने पर बैठ गए. बंगले में उनकी पत्नी भी साथ में रही, लेकिन बाद में उन्हें अलग कर दिया गया.
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एसडीएम से धरना खत्म कराने की कोशिश नाकाम हुई तो सीओ समेत भारी पुलिस बल गाड़ियों समेत बंगले में दाखिल हुआ इस दौरान खुफिया तंत्र भी सक्रिय रहा, लेकिन मीडिया को बंगले से दूर रखा गया जिसके बाद पत्रकारों से नोकझोक भी हुई.
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एसडीएम को मीडिया से मिलने भी नहीं दिया गया. एडीएम शत्रोहन वैश्य का दावा है कि विपिन उपाध्याय का लालगंज तैनाती के दौरान वकीलों से विवाद हुआ था जिसमे विपन ने अपने गार्ड की राइफल छीनकर वकीलों को धमकाने का प्रयास किया था. वहीं दूसरा मामला धधुआगजन में पट्टे की जमीन पर मान्यता प्राप्त स्कूल को लालगंज में चलाया जा रहा था जिसको निरस्त करना चाहते थे जिसे हमने बाद में निरस्त भी कर दिया था.और वकीलों ने मामले को हाईकोर्ट के साथ ही कार्मिक और नियुक्ति विभाग में शिकायत की थी जिसकी जांच करके हमने रिपोर्ट भेज दी थी जिसके चलते एसडीएम नाराज हो गए.
Source : News Nation Bureau