भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता नुपुर शर्मा के कथित विवादित बयान के बाद कानपुर दंगे की आग में सुलगते-सुलगते बचा. इस कड़ी में अब बरेली का नंबर आ सकता है. आईएमसी के मौलाना तौकीर रजा ने नुपुर शर्मा के विवादित बयान के विरोध में 10 जून को इस्लामिया कॉलेज में धरने-प्रदर्शन का ऐलान किया है. योगी सरकार के सख्त रुख को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने 3 जुलाई तक धारा 144 लगा दी गई है. यानी एक साथ पांच लोग इक्ट्ठा नहीं हो सकेंगे. इसके अलावा तौकीर रजा से बातचीत कर धरना-प्रदर्शन टालने की भी योजना है. बात नहीं बनने पर प्रशासन सख्त कदम उठाने पर भी सोच रहा है.
लखनऊ भेजी जा रही पल-पल की जानकारी
कानपुर के बाद बरेली में भी खुफिया तंत्र सक्रिय हो गया है. पल-पल की रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है. मौलाना से बातचीत के प्रयास किए जा रहे हैं. धरना-प्रदर्शन का ऐलान बातचीत से वापस हो जाए तो ठीक, नहीं तो सख्ती से निपटने की तैयारी है. गौरतलब है कि आईएमसी अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां ने 10 जून को शहर के इस्लामियां कालेज मैदान में धरना-प्रदर्शन करने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि पैगंबर ए इस्लाम की शान में गुस्ताखी करने वाली भाजपा की प्रवक्ता नुपुर शर्मा की गिरफ्तार हो जाती है, तो वह धरना-प्रदर्शन का ऐेलान वापस ले लेंगे. गिरफ्तारी न होने पर वह कॉलेज मैदान पर प्रदर्शन करेंगे.
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लोगों से जुटने की अपील कर रहे मौलाना
यही नहीं, तौकीर रजा ने मस्जिदों से ऐलान करवाकर भारी संख्या में कॉलेज मैदान पर जुटने की अपील की है. शनिवार को डीएम के धारा 144 लागू करते ही धरना-प्रदर्शन से सख्ती से निपटने के संकेत मिल गए हैं. धारा तीन जुलाई तक लागू रहेगी जबकि प्रदर्शन दस जून को है. बताते हैं कि कानपुर हिंसा के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ भी बरेली के घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं. बताते हैं कि शुक्रवार रात को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये मुख्यमंत्री ने बरेली के अफसरों से सीधी बात की. अधिकारी बात कर मौलाना से प्रदर्शन टालने की कवायद में जुटे हैं. शनिवार रात तक अफसरों को सफलता नहीं मिली है.
HIGHLIGHTS
- तौकीर रजा ने 10 जून को किया धरने-प्रदर्शन का ऐलान
- प्रशासन इसे टलवाने के लिए बातचीत करने के प्रयास में
- बात नहीं बनने पर सख्ती के तेवर भी अपनाए जाएंगे